पलामू दारुडीह में भारत की पहली महिला शिक्षिका और नारी मुक्ति की प्रणेता सावित्रीबाई फुले की जयंती मनाई गई।

पलामू-नीलाम्बर पीताम्बरपुर (लेस्लीगंज) प्रखंड अंतर्गत दारूडीह पुर्णाडीह लोटवा ओरिया सहित प्रखंड के कई जगहों पर भारत की पहली महिला शिक्षिका और नारी मुक्ति के प्रनेता राष्ट्रमाता सावित्रीबाई फुले के जयंती मनाई गई। वहीं दारूडीह मे भी उनकी जयंती पर कार्यक्रम किया गया जिसकी अध्यक्षता और मंच संचालन राजेंद्र राम ने किया मुख्य वक्ता रवि पाल उपस्थित रहें। वहीं रवि पाल ने कहा कि माता सावित्री बाई फुले कि जयंती से हमसबों को सिख लेने कि जरूरत है जिससे कि हमारे समाज में शिक्षक और समाज सुधारक बनेंगे और हमारा समाज शिक्षित भी होगा। वहीं पूर्व जिला परिषद सदस्य निर्मला कुमारी ने माता सावित्रीबाई फुले कि जीवनी के बारे में बताया उन्होंने कहा कि समाज सुधारक बनना है तो माता सावित्री जैसा बनिए।
और शिक्षक के रूप में समाज को पढ़ाने के लिए आगे आई उनपर कीचड़ उछाला जाता था बावजूद समाज को शिक्षित करने का काम किया उसी प्रकार से अगर हमारी समाज के मां बहने बेटियां अच्छी काम करती है। तो शुरुआती दौर में मुश्किलें तो आएगी लेकिन उसे दरकिनार कर चलें फिर समय सामान्य हो जाएगा आने वाली मुश्किलों से लड़ने वाले हीं एक दिन इतिहास लिखते हैं।
इस मौके पर छात्र छात्रों को पुरस्कार वितरण भी किया गया।
मौके पर राजेंद्र बहुजन,रवि पाल,सुषमा बौद्ध,पूर्व अध्यक्ष जिला परिषद पलामू प्रभा देवी, पूर्व जिला परिषद सदस्य निर्मला कुमारी,राजमुनी ब्यास झारखंडी,विश्वनाथ राम, सूनील राम,उदय राम,पंकज राम,सांगबार रविदास महासभा अध्यक्ष विनय राम, पंचायत समिति सदस्य राजेश्वर राम सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।