पिपरा प्रखंड के सभी संचालित नर्सिंगहोम क्लिनिक और मेडिकल जाँच करने को लेकर विक्रांत सिंह यादव ने BDO को सौंपा ज्ञापन।

पलामू-जिले के पिपरा प्रखंड अंतर्गत संचालित नर्सिंगहोम एवं क्लिनिक मनमाने ढंग से चलाई जा रही हैं गरीब लोगों को बहकावे में लाकर ऑपरेशन की जा रही हैं एवं ऑपरेशन के नाम पर गरीबो को लूटा जा रहा हैं। जिसमे किसी भी प्रकार के ऑपरेशन में दिक्कत होने पर कोई जवाबदेही डॉक्टरों के द्वारा नही ली जा रही हैं। बतादें कि पिपरा प्रखंड प्रमुख विक्रांत सिंह यादव ने क्लिनिक संचालकों से रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट की मांग की जिसमे कागज दिखाने से नर्सिंग होम,किलनिक संचालक अना-कानी करने लगते हैं। वहीं प्रखंड प्रमुख विक्रांत सिंह यादव ने प्रखंड विकास पदाधिकारी अनिता केरकेटा को लिखित आवेदन देकर पिपरा प्रखंड में सभी संचालित क्लिनिक एव नर्सिंगहोम को जाँच करने की मांग की है।
साथ हीं पिपरा प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग से मांग किए हैं की इसकी उचित जांच की जाए एवं अवैध पाए जाने पर आवश्यक कार्रवाई की जाए। मुख्य रूप से पिपरा बाजार में जाली प्रमाण पत्र के आधार पर झोलाछाप चिकित्सकों के द्वारा क्लीनिक को धड़ल्ले से चलाया जा रहा है । आवश्यक कागजात मांगे जाने पे अपना क्लीनिक बंद कर नौ दो ग्यारह हो जाते हैं।
कुछ चिकित्सक अपने गलत कारनामे के कारण जेल काटने के बावजूद भी बेझिझक निडर हो कर क्लीनिक और नर्सिंग होम का संचालन कर रहे हैं। वहीं प्रखंड प्रमुख विक्रांत सिंह यादव ने कहा कि जो भी पीपरा प्रखंड मे दवाखाना (ड्रगस्टोर )संचालित किये जा रहे हैं उनका अपना कोई वैध कागजात उपल्बध नहीं है।
साथ ही फर्जी तरीके से लाइसेंस बना कर भारी मात्रा में दवाइयां एवं इंजेक्शन का स्टोर करके रखे हुए हैं जो अंकित मुल्यो मे दवा का बिक्री नही करते हैं। वहीं ग्राहक को दवाइयों का किसी प्रकार का बिल नहीं दिया जाता है साथ ही मनमानी ढंग से दवा बेचा जाता हैं जो कानूनी तौर से बिल्कुल गलत है।
जब कोई भी जन प्रतिनिधि और वरीय पदाधिकारी नर्सिंग होम एवं मेडिकल स्टोर के संचालको से प्रमाण पत्र मांगते हैं तो उनके द्वारा किसी भी प्रकार का पेपर उपलब्ध नहीं कराया जाता हैं। वहीं प्रखंड प्रमुख ने ज्ञापन सौपते हुए कहा कि अगर क्षेत्रिये प्रशासन करवाई में देर करती है तो मैं जिला औषधि निरीक्षक पलामू एवं सिविल सर्जन पलामू से ससमय मुलाकात कर यहाँ के जनसमस्याओं से अवगत कराने का काम करूँगा।