दलित महिलाओं की पिटाई कर उनके जमीन पर जबरदस्ती सड़क निर्माण करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करें प्रशासन-सत्रुधन कुमार सत्रु।

पलामू-मेदिनीनगर झारखण्ड क्रांति मंच के संस्थापक सह केन्द्रीय अध्यक्ष शत्रुघ्न कुमार शत्रु व मेदिनीनगर नगर निगम क्षेत्र के अध्यक्ष प्रदीप राम ने आज दिनांक 16 दिसंबर 2022 दिन शुक्रवार को MMCH मेदिनीनगर का दौरा किए। जिसमें उन्होंने पाया कि कुछ लोग हॉस्पिटल में एडमिट है उन्होंने जानने का प्रयास किया तो बताया गया कि पिछले 13 दिसंबर 2022 दिन मंगलवार को नीलाम्बर-पीताम्बरपुर स्थित गुरियादामर में उन्हें अपने खेत में रोड बनाने का विरोध करने पर बुरी तरह मारपीट की गई है। वहीं झारखंड क्रांति मंच के संस्थापक सह केन्द्रीय अध्यक्ष सत्रुधन कुमार सत्रु ने इस मारपीट के शिकार मीना देवी पत्नी विनोद राम,रानी देवी पत्नी उमेश राम,सविता देवी पत्नी संतोष राम व निरावता देवी पत्नी बिरजू राम के साथ मुलाकात कर इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग जिला प्रशासन से किया है।
उक्त क्रम में प्रेस से बातचीत करते हुए केन्द्रीय अध्यक्ष ने कहा कि आजादी के 75 वर्ष बाद भी दलित महिलाओं के साथ अमानवीय मारपीट की घटना जघन्य अपराध है। दलितों की जमीन पर जबरदस्ती रोड बनाने वाले बैजनाथ सिंह चेरो,फोटो सिंह चेरो,लखन सिंह चेरो,सुरेन्द्र सिंह चेरो व दारोगा सिंह चेरो। साथ ही पूर्णाडीह पंचायत के पंचायत समिति सदस्य कमेश यादव के इशारों पर शम्भू राम व उसके पुत्र टिंकू व सोनू ने महिलाओं से बर्बरतम मारपीट कर बुरी तरह घायल कर दिया था जो अतिशय निंदनीय है।
ज्ञातव्य है कि ग्राम गुरियादामर के खाता नं०-140,प्लाट नं०-122 रकबा 5.90 डी० जमीन इनके पूर्वज के नाम से भूदान में प्राप्त हुआ था। जिसमें उपरोक्त दबंगों द्वारा मारपीट कर बिना सहमति के रोड बना दिया गया है। जिसके खिलाफ मे प्राथमिकी दर्ज कर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए अगर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी तो आन्दोलन भी किया जाएगा।
कमेश यादव ने क्या कहा।
पूर्णाडीह पंचायत के पंचायत समिति सदस्य कमेश यादव से दुरभाष के माध्यम से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया की इस झगड़ा मे हमे किसी भी तरह कि संलिप्तता नहीं है। आप गांव मे जाकर या पलामू न्यूज़ Live के संवाददाता को भेजकर ग्रामीणों से जानकारी ले सकते हैं। साथ ही उन्होंने बताया की जो महिलाओं ने मारपीट का आरोप लगाया है वो गांव के हीं स्वयं जातीय घरेलू कारण से विवाद हुई है।