पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा पाटन थाना क्षेत्र के सिक्की खुर्द गांव का एक वर्ष के बच्चे को आज फिर ब्लड देकर जीवनदान दिया।

पलामू-मेदिनीनगर पलामू पुलिस चंदन कुमार सिन्हा एवं पलामू पुलिस की चारो तरफ अच्छे कार्य करने का प्रसंशा हो रही है। मैं अंतरात्मा से पुलिस अधीक्षक पलामू एवं पलामू पुलिस के जवानों को धन्यवाद दे रहा हूं। भगवान से विनती कर रहा हूं कि पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा एवं पलामू पुलिस के जवान के सारे परिवार जहां रहे खुशी से रहें। भगवान का आशीर्वाद उन पर बना रहे पुलिस अधीक्षक चंदन सिन्हा हम सभी गरीबों के भगवान हैं कैसे शुक्रिया अदा करूं इस भगवान को मैं तड़प- तड़प कर अपने बच्चे के जान की भीख मांग रही थी। लगभग 50 आदमी के पैर पकड़े लेकिन किसी का भी नियत नहीं डोला परंतु एक फोन चंदन कुमार सिन्हा एसपी साहब को करने के तुरंत बाद मुझे अपने बच्चे की जान बचाने के लिए एक यूनिट ब्लड प्राप्त हो गया। भगवान इस चंदन कुमार सिन्हा को हम सभी के मदद के लिए पलामू में भेजा है मैं उनसे प्रार्थना कर रहा हूं जितना ज्यादा दिन हो सके पलामू पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा को पलामू में ही रखा जाए। ताकि हम सभी गरीबों का हिम्मत बरकरार रहे एवं हम लोग अपने आपको बेसहारा नहीं समझ सके पलामू एसपी हर रूप में गरीबों का मदद करते हैं यह बात आज खुद से देख रही हूं। ये सारी बाते पलामू जिला के एक गरीब बेसहारा मां रो-रोकर बता रही थी वो अपने बच्चे का जान बचानें के लिए कई लोगों से लगाई गोहार लेकिन किसी ने नहीं सुना पुकार आईए बताते हैं विस्तार से क्या है पुरा मामला।
पलामू एसपी के पहल पर थैलेसीमीया बीमारी से ग्रसीत एक बच्चा को पलामू पुलिस के जवान 923 संतोष कुमार पासवान ने दिया ब्लड।
मरीज का नाम आयुष कुमार उम्र सिर्फ एक वर्ष पिता बिहारी भुईयां माता का नाम पार्वती देवी घर सीकी खुर्द थाना पाटन के रहने वाले हैं। मरीज आयुष कुमार को थैलेसीमिया की बीमारी है जो बहुत ही खतरनाक होता है थैलेसीमिया होने के कारण शरीर में ब्लड नहीं बनता है। बच्चे का उम्र मात्र एक वर्ष है और हर महीने उसे ब्लड कि आवश्यकता पड़ती हैं। अक्टूबर महीना में उनके पिता बिहारी भुइयां के द्वारा ब्लड दिया गया था दस दिन पहले उनके माता पार्वती देवी के द्वारा दिया गया था परंतु तबीयत खराब होने के कारण बच्चे को तत्काल ब्लड की आवश्यकता पड़ गई। उसकी मां पार्वती देवी परेशान थी इधर उधर काफी प्रयास किया उसके बाद वो अपना ब्लड फिर से बच्चे को देने के लिए बोलने लगी। परंतु ब्लड बैंक के द्वारा बोला गया कि आप एक महीने में दोबारा ब्लड नहीं दे सकते हैं कम से कम तीन महीना के बाद ही ब्लड दे सकते हैं इतना सुनते ही मरीज के मां ब्लड बैंक के बाहर जाकर रोने लगी। अपने आप को असहाय महसूस कर बोलने लगी की अब मेरे बच्चा का जान नहीं बच पाएगा बच्चे एवं मां को रोते देख ब्लड बैंक के पास से गुजर रहे कुछ व्यक्तियों के द्वारा पूछा गया क्यों रो रही है तो पीड़ित बच्चे के मां के द्वारा बच्चे को ब्लड की आवश्यकता के बारे में बताई। परंतु कोई भी मदद नहीं किया सभी चले गए उसके बाद बच्चे की मां बच्चे को अपने गोद में लिए रोते हुए सदर अस्पताल से बाहर चौक पर आ गई तभी ऑटो वाले ने पूछा क्या समस्या है क्यों रो रही हैं।
उनके द्वारा बताया जाने पर ऑटो वाले ने बोला आप एक बार पलामू एसपी साहब चंदन कुमार सिन्हा से बात करके देखिए आपका काम हो जाएगा आपको तुरंत ब्लड मिल जाएगा। क्योंकि हम पेपर में देखते हैं जो भी लोग एसपी साहब को इस समस्या के बारे में बताएं एसपी साहब खुद अपना ब्लड देकर और दिलवाकर कई गरीबों के जान बचाएं हैं। इतना सुनने के बाद बच्चे की मां को थोड़ा उम्मीद जगा वो तुरंत नम्बर जुगाड़ कर पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा को फोन करके रोते हुए अपने सारे समस्या को बताई। एसपी साहब बोले आप अस्पताल में जाकर बच्चा को एडमिट कीजिए और जांच करवाइए तब तक ब्लड आप तक पहुंच जाएगा आप अब मत रोईए आपके बच्चा को कुछ नहीं होगा।
महिला जैसे ही सदर अस्पताल पहुंचकर अपने बच्चा का भर्ती का पेपर बनवाया वैसे ही पुलिस मेंस एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष विक्रांत दुबे ने उसके नंबर पर फोन कर बोले मुझे एसपी साहब भेजे हैं। क्या हुआ है आपके बच्चा को देखकर उन्होंने बच्चे को भर्ती कराने में भी मदद कीए वहीं पुलिस मेंस एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष विक्रांत दुबे अपने साथ में एक जवान को लेकर आए थे। वो बच्चा का स्थिति एवं समस्या को देखकर तुरंत पुलिस के जवान 923 संतोष कुमार पासवान एक यूनिट ब्लड दिए एवं बच्चे को नया जीवनदान दीया बच्चे को ब्लड चढ़ाने से स्थिति में सुधार भी हो रहा है।