साल के आखिरी चंद्र ग्रहण आज लगने वाला है,जानें झारखंड में कितने बजे लगेगा ग्रहण और कब होगा समाप्त।

रांची-झारखंड इस साल कि आखिरी चंद्र ग्रहण देशभर में देखा जाएगा झारखंड में भी यह चंद्र ग्रहण की स्थिति बनेगी। चंद्र ग्रहण लगने का वैज्ञानिक रूप से जहां अदभुत खगोलीय घटना माना जाता है वहीं धार्मिक दृष्टिकोण से ग्रहण को अशुभ माना जाता है। ग्रहण का सूतक काल ग्रहण से पहले ही शुरू हो जाता है चंद्र और सूर्य ग्रहण के 9 घंटे पहले इसका सूतक शुरू हो जाता है इस दौरान कोई धार्मिक कार्य नहीं किया जाता है।
झारखण्ड में कब देखा जाएगा ग्रहण।
खगोल विज्ञान केंद्र कोलकाता के मुताबिक रांची में चंद्रोदय का समय शाम 05:03 मिनट है वहीं हजारीबाग में शाम 05:02 है। अतः पूर्ण चंद्र ग्रहण रांची में 09 मिनट तक वहीं हजारीबाग में 10 मिनट तक देखा जा सकता है। इसके बाद आंशिक ग्रहण की स्थिति शाम 06:19 तक देखा जा सकता है। मतलब रांची में यह ग्रहण शाम 5:03 मिनट से शाम 6:18 बजे तक देखा जाएगा चंद्र ग्रहण पूर्णिमा को घटित होता है जब पृथ्वी सूर्य और चंद्र के बीच आ जाता है और तीनों एक सीधी रेखा में अवस्थित होते हैं।
दुनियाभर में कहां-कहां देखा जाएगा चंद्र ग्रहण।
इस चंद्र ग्रहण का प्रभाव भारत समेत दक्षिणी/पूर्वी यूरोप, एशिया,ऑस्ट्रेलिया,उत्तरी अमेरिका,दक्षिणी अमेरिका,पेसिफिक,अटलांटिक और हिंद महासागर पर पड़ेगा। चंद्र ग्रहण देश के कई हिस्सों में आंशिक रूप से दिखाई देगा भारतीय समयानुसार इस चंद्रग्रहण का स्पर्श काल 8 नवंबर को दोपहर 2 बजकर 39 मिनट पर होगा। इसका मध्य काल दोपहर बाद 3 बजकर 47 मिनट पर होगा और इसका मोक्ष काल शाम 6 बजकर 19 मिनट पर रहेगा। अतः इस ग्रहण का पर्वकाल 03 घंटे 39 मिनट का होगा देश की बात करें तो भारत में साल का आखिरी चंद्र ग्रहण 8 नवम्बर 2022 मंगलवार कि शाम 5 बजकर 20 मिनट से शुरू होगा और शाम 6 बजकर 20 मिनट पर समाप्त होगा। चंद्र ग्रहण लगने से 9 घंटे पहले इसका सूतक काल शुरू हो जाता है।
चंद्र ग्रहण में क्या करें।
ग्रहण शुरू होने से पहले यानी सूतक काल प्रभावी होने पर पहले से ही खाने-पीने की चीजों में पहले से तोड़े गए तुलसी के पत्ते को डालकर रखना चाहिए। देवी-देवताओं एवं अपने इष्ट देवों के नाम का स्मरण करना चाहिए ग्रहण के दौरान चंद्रमा से जुड़े हुए मंत्रों का जाप करना चाहिए। ग्रहण खत्म होने पर पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करना चाहिए।
चंद्र ग्रहण के दौरान ये काम भूलकर भी न करें।
चंद्र ग्रहण के दौरान कोई भी शुभ काम न करें ग्रहण के दौरान ना भोजन पकाना चाहिए और न ही कुछ खाना-पीना चाहिए। नंगी आंखों से चंन्द्रमा को न देखें गर्भवती महिलाओं को किसी भी ग्रहण को नहीं देखना चाहिए और न ही घर से बाहर जाना चाहिए। तुलसी समेत अन्य पेड़-पौधों को भी नहीं छूना चाहिए खासकर गर्भवती महिलाएं ग्रहण के दौरान किसी भी साग-सब्जी फल वगैरह को नहीं काटना चाहिए इससे दुष्परिणाम मिलते हैं। ग्रहण समाप्ति के बाद नहा धोकर भोजन करें ग्रहण के दौरान घर में रखे किसी भी खाद्य सामग्री भोजन यादि में तुलसी के पत्ते को डाल दें।