नीलाम्बर पीताम्बर विश्वविद्यालय में तानासाही चरम सीमा पर है।

पलामू-मेदिनीनगर 23 सितम्बर दिन शुक्रवार को आजसू छात्र संघ ने भी सर्वदलीय धरना प्रदर्शन में हिस्सा लिया। छात्र हित की आवाज़ को नीलाम्बर पीताम्बर विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों द्वारा दबाया जा रहा है। जिस विश्वविद्यालय के शिक्षक कर्मचारी तथा छात्र छात्राएं सभी एक साथ धरने पे हो उस विश्वविद्यालय के पदाधिकारी एसी की हवा में आराम से बैठे हुए है। इससे ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण और क्या हो सकता है विश्वविधालय के पदाधिकारी दीक्षांत समारोह की आड़ में छात्रों के पैसो का दोहन करने में लगे हुए है।
जिस विश्वविधालय के छात्रों को ही दीक्षांत समारोह में उपस्थित होने की अनुमंती नहीं है ऐसे समारोह को कराकर कुलपती क्या सिद्ध करना चाहते है। मौके पर उपस्थित छात्र नेता अभिषेक राज ने कहा की अब बात चोरी और सीना जोरी वाली हो गयी है शिक्षक कर्मचारी और छात्र सभी एक साथ धरने पे है मगर कुलपति को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है।
विश्वविधालय प्रभारी विनीत शुक्ला ने कहा की प्रासनिक दबाव बनाकर छात्र हित के आवाज़ को दबाना विश्वविधालय के पदाधिकारियों की पुराणी आदत है। जब कुलपति को छात्रों के सामने आने से घबराहट महसूस हो रही है तो पद का त्याग कर दे।
जिला सचिव नितीश मिश्रा ने कहा की हम अपने मांगो के साथ खड़े है जब तक मांगो को पूर्ण नहीं किया जाता है हम हिलने वाले नहीं है। मौके पर आराधना कुमारी,राहुल मिश्रा,अमित वर्मा यादि दर्जनों लोग उपस्थित थे।