पलामू-खेत के मालिक को पता नहीं और उनके नाम से कागजों पर पास हो गया मेढ़बंधी।

पलामू-मनरेगा योजना में भारी लूट का मामला आया सामने कार्य सिर्फ दस्तावेजों में दिख रहा है धरातल पर कुछ भी नहींं खेत के मालिक को पता नहीं और उनके नाम से कागजों पर पास हो गया मेढ़बंधी खेत मालिक दिलसाद आलम, नौशाद आलम रउफ अंसारी ने कहा हमारे खेत में गेहूं का फसल लगा हुआ है तो इसमें फिर मेड़बंदी कैसे हो सकता है मेरे नाम पर फर्जी कार्य किया गया है इसलिए उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। पलामू – पांडू प्रखंड के एक ऐसा पंचायत है जहां हमेशा मनरेगा योजना में गड़बड़ी का मामला सामने आते रहता है, रोजगार सेवक एवं पंचायत सेवक की मिलीभगत से लूट का माध्यम बना मनरेगा इस पंचायत के लिए चर्चा का विषय है। हम बात कर रहे हैं पांडू प्रखंड क्षेत्र के कजरू कला पंचायत की जहां पर चाहे डोभा का मामला हो या मेढ़बंधी का हमेशा यह पंचायत अवैध निकासी में अपना स्थान बनाए रखता है हम ऐसा इसलिए कह रहे है क्योंकि पूर्व में भी इस पंचायत में डोभा में गड़बड़ी का मामला प्रकाश में आया था और अब इसी पंचायत में गेहूं के लहलहाते हुए फसल जिस खेत में लगा है उसी खेत के मालिक दिलसाद आलम और नौशाद आलम के नाम पर मेड़बंधि करा कर दूसरे व्यक्ति के द्वारा पैसा निकासी कर लिया गयाा।
जिसकी जानकारी आज तक खेत मालिक को भी नहीं थी खेत मालिक दिलसाद आलम जिसका खाता एक प्लॉट 790 वहीं नौसद आलम खाता एक प्लॉट 789 में गेंहू लगा हुआ है और योजना 21-22 का ऑन गोईंग शो कर रहा है इस बारे में दिलशाद आलम ने कहा कि हमें नहीं पता मेडबंदी का फसल लगे खेत में हम मेड़बंधि कैसे करा सकते हैं वहीं रउफ अंसारी ने कहा कि हमें इस बारे में कुछ भी पता नहीं है।
पंचायत की ग्रामीणों की माने तो इस पंचायत में बहुत से ऐसे योजना हैं जो धरातल पर नहीं है सिर्फ दस्तावेजों में ही है अगर इसकी गहनता से जांच कर दी जाए तो संबंधित कर्मी को जेल जाने से कोई रोक नहीं सकता है ग्रामीणों ने कजरू कला पंचायत में हो रहे मेड़बंधी योजना को फर्जी बताया है ग्रामीणों की मांग है कि इस पंचायत में जितने भी मेड़बंदी का योजना हुआ है प्रत्येक योजना का बारीकी से जांच होनी चाहिए, तब दूध का दूध और पानी का पानी साफ नजर आने लगेगा। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत उपायुक्त पलामू एवं डीडीसी पलामू को भी करने की बात कही है मौके पर दिलशाद आलम रउफ अंसारी के साथ-साथ अन्य कई लोग उपस्थित रहे।