गढ़वा भंडरीया परगना(तप्पा)का तिनसाला परगनैत पुजा ग्राम नौका मे संपन्न किया गया।

गढ़वा जिला के भंडरिया प्रखंड अंतर्गत सभी गांव से आए संस्कृति सनातन धर्म के उपासक हजारों के संख्या में उपस्थित हुए। आगे बताते चलें कि नौका भैसादोहर सरना देव स्थल के प्रागंन में बाबा रक्शेल देव, भैसाशुर को भैसा के एवज में बकरे का बलि पूजा दिया गया नौका खजूर पहाड़ माता चँडी का देवस्थान में भेड़ के एवज में पाठी का बलि पूजा किया गया। यह देवस्थल बहुत दुर्गम है, पूजा के पश्चात पीछे के बल लौटना पडता है खजूर पहाड़ एवम् बुढा़ पहाड़ मिलान कोने पर अवस्थित दुअरिया घाटी पर द्वारपार बाबा का मूर्गा का बलिपूजा किया गया।तत्पस्चात अति दुर्गम बुढ़ा पहाड़ में चिंडोल बाबादेव स्थल जहां बकरे का बलि देने के तुरंत बाद बघौत देवता उस स्थल पर आ जाते थे वहां से पीछे के बल ऊतरना पडता है।ढोलबजवा खेतपार का मुर्गा बलि पूजा दिया गया।नौका माडर सरना देव स्थल में सभी गावों से लेकर आए बकरे एवम मुर्गा का बलि पूजा दिया गया यह आदि सनातन धर्म सरना संस्कृति प्रकृतिपूजक अपने ईष्टदेव से अच्छी फसल होने ,रोग मुक्त क्षेत्र होने,सभी तरह के प्राकृति आपदा से बचाए रखने के लिए सभी देवताओं को बुलाए जाते ( अह्वान) किए जाते हैं।
इस शुभअवशर पर भूषण सिंह खरवार ,अध्यक्ष – खरवार विकास संघ सह महासचिव सरना समिति श्रीआनंदी सिंह खरवार अध्यक्ष- सरना समिति विधायक प्रतिनिधि श्री् विरझू सिंह ,धनपत सिंह श्री रामलखन सिंह आदि समाजसेविओं ने समाज में शिक्षा ,चिकित्सा के बारे साथ ही अधिकार एवम कर्तब्य के बारे संबोधित किए ।