15 एकड़ जमीन में रहर का फसल मजदूर और मशीन के अभाव में बर्बाद हो गया । लेस्लीगंज डबरा निवासी किसान ध्रुव नारायण सिंह का ढाई से तीन लाख का नुकसान हुआ है

कंबाइन मशीन मालिक द्वारा धोखा दिए जाने से लगभग 15एकड़ में लगा अरहर का फसल हुआ बर्बाद।नीलांबर पीतांबरपुर (पलामू): मजदूर के अभाव मे
कृषि कार्य के समय मजदूरों का नहीं मिलने से तो खेती में समस्या आती ही है, कभी-कभी मजदूरों के अभाव में खेती के पश्चात किसान का मेहनत खेत में ही रह जाता है। ऐसा ही कुछ हुआ है नीलांबर पीतांबरपुर के सुदूरवर्ती गांव डबरा में। जहां एक सीमांत किसान ध्रुव नारायण सिंह का 15 एकड़ में लगा अरहर का फसल कटनी के अभाव में खेत में ही रह गया। 15 एकड़ में अरहर की खेती में लगभग 50 से 60 हजार रुपए खर्च होने का अनुमान है। करीब 8 महीने के बाद फसल तैयार भी हो गया। पर फसल काटने वाले मजदूर समय पर धोखा दे दिए। नतीजा हुआ कि तैयार फसल खेत में पड़ा रहा। अब धीरे धीरे कर अरहर का सारा दाना खेत में ही झड़ने लगा है। यदि यह दाना खेत से खलियान तक पहुंचता तो लगभग दो से ढाई लाख रुपए का आमदनी हो सकता था। परंतु किसान को खेती के लिए खर्च किए गए राशि के बदले एक फूटी कौड़ी नसीब नहीं हुआ है। किसान ध्रुव नारायण सिंह ने बताया कि यहां हार्वेस्टिंग का समस्या है। मजदूर नहीं मिलते हैं। इस कारण कई वर्षों से अरहर की खेती नहीं के बराबर करते थे। परंतु बीते वर्ष महरजा के नागेंद्र साव कंबाइन मशीन लिए हैं, जो बीते वर्ष आस-पास में अरहर की कटाई किए थे। वे इस वर्ष आकर बोले कि आप ज्यादा से ज्यादा अरहर की खेती कीजिए। हम मशीन से कटाई कर देंगे। परंतु फसल तैयार होने के बाद वे नहीं आए। और अब मजदूरों के अभाव में तैयार फसल खेत में ही बर्बाद हो गया।
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संवाददाता निलाम्बर-पिताम्बर पुर से
जलेश कुमार शर्मा का रिपोर्ट