बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर जी की 133वीं जयन्ती पर भारतीय संविधान को बचाने के लिए संकल्प लेने का दिवस है : शत्रुघ्न कुमार शत्रु।

पलामू न्यूज Live//पलामू जिले के मेदिनीनगर स्थित अम्बेडकर पार्क में झारखण्ड क्रांति मंच के संस्थापक सह केन्द्रीय अध्यक्ष शत्रुघ्न कुमार शत्रु के नेतृत्व में आज 14 अप्रैल 2024 दिन रविवार को भारतीय संविधान निर्माता महान अर्थशास्त्री, समाजशास्त्री शिक्षाशास्त्री, विधिवेत्ता, धर्मवेत्ता, राजनयिक, योजनाकार, साहित्यकार, इतिहासकार व पूरे विश्व में सिंबल ऑफ नाॅलेज के रुप में प्रसिद्ध परम पूज्य बोधिसत्व बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर जी के 133 वीं जयन्ती के अवसर पर मेदिनीनगर में स्थित अम्बेडकर पार्क में अवस्थित विशाल आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि अर्पित कर कोटि-कोटि नमन व वंदन अर्पित किया। उक्त अवसर पर झारखण्ड क्रांति मंच के पलामू जिलाध्यक्ष विजय राम, केन्द्रीय महासचिव सह मेदिनीनगर नगर निगम के प्रभारी विजय कुमार, केन्द्रीय महासचिव विश्वनाथ राम, नगर अध्यक्ष प्रदीप राम, पूर्व नगर अध्यक्ष संजय कुमार राम, अनुसूचित जाति महासभा के अध्यक्ष कृष्णा राम, सदस्य जनेश्वर राम, राजद के प्रदेश महासचिव विश्वनाथ राम घुरा समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
इस अवसर पर उपस्थित जनों व मीडिया को सम्बोधित करते हुए झारखण्ड क्रांति मंच के संस्थापक सह केन्द्रीय अध्यक्ष शत्रुघ्न कुमार शत्रु ने अम्बेडकर जयन्ती समारोह की पूरे देश व विश्व के अम्बेडकर वादियों को हार्दिक शुभकामनाएं व बंधाई देते हुए कहा कि इस बार के चुनावी महापर्व के बीच आयोजित जयन्ती भारतीय संविधान बचाओ दिवस के रूप में हम मना रहे हैं।
आज बाबा साहेब का सबसे अमूल्य योगदान भारतीय संविधान खतरे में आ गया है। आज घोर मनुवादी व साम्प्रदायिक ताकतों को समानता,स्वतंत्रता,बंधुत्व, प्रेम-भाईचारे के साथ धर्मनिरपेक्षता पर आधारित संविधान फूटी आंख नहीं सुहा रहा है। सांसद के रुप में संविधान की शपथ लेने वाले कुछ लोग 400 पार का नारा देकर संविधान बदलने की बात कर रहे हैं।
सबको पता है कि उंच्च-नीच, छुआछूत व भेदभाव पर आधारित जातिवादी व्यवस्था में अपमान व प्रताड़ना का दंश झेलने वालों के बीच डाक्टर, मास्टर, वकील, इंजीनियर, कथाकार, पत्रकार,चित्रकार, साहित्यकार, कलाकार, एम०पी०, एम०एल०ए०, मुख्यमंत्री से लेकर राष्ट्रपति तक इसी संविधान की बदौलत बन रहे हैं।
जिसकी वजह से मनुवादियों व सामंतवादियों के पेट में अथाह दर्द पैदा हो रहा है वे समय-समय पर बाबा साहेब के संविधान को बदलकर मनुवादी संविधान लागू करने के लिए बेचैन हैं, वैसे में इस चुनाव में हमें बाबा साहेब के संविधान की रक्षा के लिए मतदान अवश्य करना चाहिए।
इस अवसर पर उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री मा०चम्पाई सोरेन जी से राज्य के सभी विद्यालयों में संविधान की शिक्षा अनिवार्य रूप से देने की मांग किया है।