पलामू के बल्ड बैंक में ब्लड उपलब्ध हेतू रक्तदान शिविर आयोजित करने की हो पहल : धीरज मिश्रा।

पलामू न्यूज Live//पलामू जिला के मेदिनीनगर एमएमसीएच अस्पताल में भर्ती सदर प्रखंड अंतर्गत सुआ कौड़ियां निवासी अमृत राम के बीस वर्षीय पुत्र सिकील थेलेसिमिया की मरीज नीतीश कुमार को हिमोग्लोबिन 6 ग्राम रहने के कारण A पॉजिटिव रक्त की आवश्यकता थी। पलामू के बल्ड बैंक में ब्लड उपलब्ध नहीं हो पाने के कारण मरीज के परिजन ने रक्त उपलब्ध कराने की गुहार लगाई। इस बात कि जानकारी मिलने पर एमएमसीएच परिसर स्थित पलामू ब्लड बैंक मे रांची के सामाजिक कार्यकर्ता सह सामाजिक संस्था कनेक्टिंग होप के संस्थापक रंजन कुमार एवं सामाजिक संस्था इंसानियत का रिश्ता के संचालक सामाजिक कार्यकर्ता धीरज मिश्रा ने अपने संस्था के सक्रिय सदस्यों से रक्त उपलब्ध कराने का आग्रह किया।
काफी प्रयास के बाद संस्था के सक्रिय सदस्य मनीष श्रीवास्तव ने अपना ए पॉजिटिव रक्तदान कर उक्त मरीज की जान बचाई। पलामू प्रमंडल में रक्तदान जागरूकता अभियान चला कर रक्तदान के प्रति लोगों को जागरूक कर रहे धीरज मिश्रा ने कहा कि रक्तदान करना जीवनदान के समान है।
आए दिन रक्त के जरूरतमंद मरीजों के परिजनों द्वारा बताया जाता है कि रेयर निगेटिव बल्ड ग्रुप के अलावा पॉजिटिव बल्ड ग्रुप का रक्त बल्ड बैंक में उपलब्ध नहीं हो पाने के कारण अभाव में रक्त के जरूरतमंद मरीजों को इलाज कराने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
समय पर रक्त उपलब्ध नहीं हो पाने की स्थिति में प्रतिदिन रक्त के जरूरतमंद दर्जनों लोग बेहाल रहते हैं बल्ड बैंक का चक्कर काटते हैं इधर-उधर बल्ड उपलब्ध कराने का आग्रह करते हैं। बल्ड बैंक में सभी प्रकार के बल्ड समूह की मात्रा को उपलब्ध कराई जा सके इसके लिए सभी राजनीतिक, धार्मिक सामाजिक, व्यवसायिक, स्वयं सेवी संगठनों के सभी सदस्यों से रक्तदान शिविर आयोजित करने की पहल करने की आवश्यकता है।
धीरज ने कहा कि रक्तदान की अहमियत का पता तब चलता है जब हमारा कोई अपना रक्त के लिए मौत से जूझ रहा होता है। उस वक्त हमें ऐसे शख्स की जरूरत पड़ती है जो अपना रक्त दान कर रक्त के जरूरतमन्द मरीज की जान बचा कर नया जीवन दे सके।
वहीं रांची में सैकड़ों रक्त के जरूरतमंद मरीजों को रक्त उपलब्ध कराने का सराहनीय कार्य कर चुके सामाजिक संस्था कनेक्टिंग होप के संस्थापक रंजन कुमार ने रक्तदाता मनीष कुमार का आभार प्रकट करते हुए कहा कि रक्तदान महादान होता है।
धीरे-धीरे लोग इसका महत्व समझने लगे हैं फिर भी बहुत सारे लोगों को जिनको अभी भी रक्तदान करने में डर लगता है, तो हमारा कर्तव्य हैं कि हम उन्हें भी रक्तदान के प्रति जागरूक करके रक्तदान करवा कर रक्त के जरूरतमंद लोगों की जान बचाने का कार्य करें।