ब्राह्मणों के प्रति बेतुकी ब्यान देना किसी को अधिकार नहीं-कान्यकुब्ज ब्राह्मण महासभा।

पलामू-मेदिनीनगर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(आर एस एस) के सरसंघचालक श्री मोहन भागवत ने कार्यक्रम के तहत वर्ण व्यवस्था पंडितों ने बनाई ऊंच-नीच का चक्कर ब्राह्मणों ने दिया इस बयान पर संपूर्ण ब्राह्मण समाज आहत है। कान्यकुब्ज ब्राह्मण महासभा झारखंड के संयोजक मनोज कुमार पांडेय, महामंत्री बसंत पांडेय, उपाध्यक्ष उमेश पांडेय एवं हजारीबाग जिला के संयोजक अधिवक्ता अजय कुमार पांडेय ने संयुक्त ब्यान जारी कर ये बाते कहा। श्री मोहन भागवत जी आप बड़े संवैधानिक पद पर आसीन होकर हिंदुत्व की रक्षा करने हेतु कार्य करना लगता एक ढकोसला है।
आपने कहा कि जाति व्यवस्था ब्राह्मणों ने बनाई हंसी आती है आप सबने ब्राह्मण समाज को देखा है कि देश में एक होने रहने और अपनी एकता अखंडता का एहसास समय-समय पर ब्राह्मण समाज दिखाने का भी काम किया है। आप जानते हैं देश में हिंदू जैसा कोई धर्म नहीं सनातन ही अपना धर्म है।
हिंदुत्व रक्षा के लिए किसी को कलंकित करने का आपने जो प्रयास किया है वह काफी निंदनीय है जिसकी जितनी भी निंदा की जाए कम होगी भारत को एक करने में इसे बचाने में विकसित करने शिक्षित संवर्धित करने में ब्राह्मण समाज सदैव आगे रहा है। आप पूरे देश और दुनिया घूमते हैं आपने जाना होगा कि ब्राह्मण एक समाज ऐसा है जो सदैव दूसरे को कल्याण के लिए प्रभु से प्रार्थना करता है।
वैसे समाज को आपके द्वारा बयान आना ब्राह्मण समाज अर्ध सत्य का पुरजोर प्रतिकार करती है। आप के द्वारा इस ब्यान पर देश के ब्राह्मणों के बीच माफी मांगनी चाहिए वरना दधीचि वशिष्ठ सुदामा चाणक्य भगवान परशुराम, मालवीय जी, बाजीराव पुलकेशिन आजाद सुखराम सुखदेव के वंशज आपको कभी माफ नहीं करेंगे।
आप जिस तरह से कह रहे हैं वैसी स्थिति में तो दशरथ रामचंद्र लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न सिंह लिखा जाना चाहिए परशुराम तिवारी अनुसूया सावित्री दमयंती गार्गी मैत्री सीताराम राधा सबके आगे उनकी जाति लिखी होनी चाहिए।
क्या कभी ऐसा आपने पढ़ा है नहीं संपूर्ण ब्राह्मण समाज आपके ब्यान की कड़ी भर्त्सना करती है।