पलामू के सिविल सर्जन 50 हजार रुपए घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार।

पलामू-मेदिनीनगर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की पलामू प्रमंडलीय टीम ने पलामू के सिवल सर्जन डॉ जाॅन एफ केनेडी को 50 हजार रुपए घुस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। उनकी गिरफ्तारी 30 सितम्बर 2022 शुक्रवार को मेदिनीनगर चर्च रोड स्थित उनके आवास से हुई है। इस बावत भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के पलामू प्रमंडलीय कार्यालय की ओर से एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की गयी है जिसमें कहा गया है कि औरंगाबाद निवासी गोल्डन कुमार उम्र 20 वर्ष पिता वकील कुमार सिंह पता न्यू एरिया औरंगाबाद, पो0+थाना+जिला-औरंगाबाद बिहार मोबाइल नं०- 7004708688 एंव 9431095865 के द्वारा इस आशय का आवेदन दिया गया है कि इनके संस्था “रशियन हेल्थ केयर प्रा०लि०”है।
जो पलामू जिला स्वास्थ समिति के साथ दो वर्षों के लिए 6 मई को एमओयू किया गया है इस एमओयू के तहत जिला स्वास्थ्य समिति अंतर्गत आने वाले सरकारी अस्पतालों में परिवार नियोजन कार्यक्रम करना है। संस्था द्वारा जिले के कई अस्पतालों में परिवार नियोजन कार्यक्रम कराया गया जिसका बिल 1,47,400 रू. पलामू जिला स्वास्थ समिति के पास बाकी है। जब गोल्डन अपना बिल निकालने के लिए पलामू जिला स्वास्थ समिति के कार्यक्रम प्रबंधक दीपक कुमार से मुलाकात किया।
तो दीपक कुमार का कहना था कि पलामू सिविल सर्जन डॉक्टर जॉन एफ कनेडी ने एक लाख रुपए बिल निकालने के एवज में रिश्वत की मांग की है। और नहीं देने पर एमओयू रद्द करने की चेतावनी दी है गोल्डन का कहना है कि वह रिश्वत देकर काम करना नहीं चाहता था। गोल्डन 16 सितंबर को डाल्टनगंज के चर्च रोड स्थित सिविल सर्जन डॉ जॉन एफ केनेडी के आवास पर उनसे मिला। और अपने बिल की मांग की तो सिविल सर्जन ने साफ तौर पर कहा कि एक लाख रिश्वत का जमा करो नहीं तो बिल नहीं मिलेगा।
जमा कर दोगे तो एक नया एमओयु 2 वर्ष के लिए बनाया जाएगा जिसे 2 वर्षों के लिए कोई नहीं बदल सकता है। तब थक हारकर गोल्डन ने इसकी सूचना भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो कार्यालय पलामू को दिया। उसके बाद भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने इस मामले की जांच की और सही पाया आज सुबह जब गोल्डन पलामू सिविल सर्जन डॉक्टर जॉन एफ कैनेडी के चर्च रोड स्थित आवास पर ₹50000 रिश्वत दे रहा था।
तभी भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो पलामू की टीम ने उन्हें रिश्वत लेते रंगे हाथ धर दबोचा। एसीबी पलामू ने आरोपी डॉ० जॉन एफ केनेडी उम्र 60 वर्ष, पिता-डॉ० उमाकान्त मिश्रा, चर्च रोड, डालटनगंज को 50 हजार रूपये घूस लेते हुए रंगे हाथ दबोचा है। पलामू प्रमंडल का यह पहला मामला है जब किसी सिविल सर्जन को घूस लेते हुए रंगे हाथ दबोचा गया है। इस बावत चिकित्सा विभाग से जुड़े पदाधिकारियों ने अभी तक मुंह नहीं खोला है ।
विरोधियों की साजिश का शिकार हुए पलामू सीएस।
सिविल सर्जन डॉ जॉन एफ केनेडी के परिवार और शुभचिंतकों का कहना है कि “कुछ लोग साजिश रचने में कामयाब हो गए। जब इन्हें दुबारा सिविल सर्जन बनाया गया था तो उसी वक्त से इनके विरोधियों के पेट में बहुत दर्द हो रहा था । ये विरोधियों की साजिश का शिकार हुए हैं लेकिन अंततः सत्य की विजय होगी ।