झारखंड में और बढ़ जाएगी कनकनी, घने कोहरे का भी पूर्वानुमान

Ranchi-झारखंड में मौसम बदल चुका है और कनकनी बढ़ गई है वजह आसपास के राज्यों में उत्तर भारत से पहुंच रही बर्फीली हवा है लगातार पारा गिर रहा है और पछुआ हवा के कारण ठिठुरन का भी अनुभव होने लगा है। झारखंड मौसम विभाग ने 20 दिसंबर से न्यूनतम तापमान में और कमी होने का संकेत दिया है इससे मौसम में फिर से बदलाव हो सकते हैं अनुमान है कि कहीं-कहीं हल्की वर्षा भी हो सकती है इसके साथ ही 21 दिसंबर से घना कोहरा व धुंध छाये रहने की संभावना व्यक्त की गयी है। झारखंड की राजधानी रांची समेत अन्य जिलों के तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है रांची मौसम विज्ञान केंद्र ने कुछ दिनों पहले ही झारखंड में ठंड का प्रकोप बढ़ने की संभावना जताई थी मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि आने वाले दिनों में कोहरे का प्रकोप भी बढ़ेगा हिमालय क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से पूरे उत्तर और पूर्वी भारत में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है तापमान में भी 3 डिग्री से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई है।
इसके साथ ही उत्तर दिशा से आ रही ठंडी हवाओं का झारखंड में प्रवेश होने के चलते हाड़ कंपाने वाली ठंड के शुरू होने की संभावना बढ़ गई है इसके असर के कारण रांची समेत प्रदेश के अन्य क्षेत्रों के तापमान में गिरावट आई है रांची के साथ ही रामगढ़, बोकारो, मेदिनीनगर, गोड्डा आदि जिलों में पारा 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया है।मौसम विभाग ने आने वाले कुछ दिनों में सर्दी का प्रकोप बढ़ने की संभावना जताई गई है सर्दियों के मौसम के शुरुआती दिनों में बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान उठने के कारण झारखंड के अधिकांश हिस्सों में ओवरकाष्ट कंडीशन हो गया था ऐसे में पारा ज्यादा नीचे नहीं गया था आसमान से बादल हटने और मौसम साफ होने के बाद ठंड का असर बढ़ने लगा।
रांची मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानियों ने पहले ही पूर्वानुमान जताया था कि मौसम साफ होने के बाद सर्दी का असर बढ़ेगा प्रदेश में उत्तरी हवाओं ने ठंड के प्रकोप को और रफ्तार दे दी है घने कोहरे 20-21 दिसंबर के बाद से घने कोहरे का भी अनुमान है इससे सड़क, रेल के साथ ही हवाई यातायात पर भी प्रतिकूल असर पड़ने की संभावना है बता दें कि सर्दियों के मौसम में ट्रेनों के रद्द होने के साथ ही फ्लाइट को भी कैंसिल करने की नौबत आ जाती है।