गढ़वा-भंडरीया शहीद नीलांबर पितांबर भवन का नाम बदलने से भंडरिया में आदिवासियों द्वारा किया गया विरोध प्रदर्शन।

झारखंड के गढ़वा जिला अंतर्गत भंडरिया प्रखंड में आदिवासी खरवार एकता संघ एवं उरांव के द्वारा वर्तमान झारखंड सरकार सूबे के मंत्री श्री मिथिलेश ठाकुर के द्वारा शहीद नीलांबर पितांबर सांस्कृतिक भवन का नाम बदलकर बहुउद्देशीय सांस्कृतिक भवन रख दिया गया है इसके विरोध में पूरे भंडरिया क्षेत्र के आदिवासियों में आक्रोश है एवं विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। आगे बताते चलें कि भंडरिया प्रखंड के शहीद नीलांबर पितांबर सुदूरवर्ती इलाका चेमो सनया का निवासी थे एवं 1859 में भारत देश को आजाद कराने में अहम भूमिका निभाई है एवं इन्हें अंग्रेजो के द्वारा लेस्लीगंज में पहाड़ी गुफा आम पेड़ में लटका कर फांसी की सजा दे दी गई थी यह आदिवासियों एवं पूरे देश का धरोहर है इनके कुर्बानियों को हमेशा याद किया जाता है एवं इसे वर्तमान मंत्री मिथिलेश ठाकुर के द्वारा मिटाने का प्रयास किया जा रहा है।
इसी को लेकर आदिवासी खरवार विकास संघ अध्यक्ष भूषण सिंह के द्वारा बताया गया कि शहीद नीलांबर पितांबर स्वतंत्रता सेनानियों से छेड़छाड़ करने पर संगठन बर्दाश्त नहीं करेगी आदिवासी संगठन का मांग है कि वर्तमान सरकार इसे संशोधन कर शहीद नीलांबर पितांबर के नाम से ही भवन निर्माण कराया जाए जोकि शहिद नीलांबर पितांबर यूनिवर्सिटी पलामू में बनाया गया हैै। इसी तरह शहीद का अस्तित्व नहीं मिटाया जाना चाहिए यदि सरकार संशोधन नहीं करेगी तो संगठन उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी।