झारखंड के एक दूल्हा ने बिना बैंड बाजा और बिना बाराती के किया शादी एक साथ भरी दो लड़कियों की मांग।

झारखंड-लोहरदगा दूल्हा एक और दुल्हन दो एक ही मंडप में सात फेरे लेकर संदीप ने जैसे ही कुसुम और स्वाती के मांग में सिंदूर डाला वह अपने गांव में मशहूर हिरो हो गया। इस अनोखी शादी के बारे में घर-घर में गप होने लगी हैं हालांकि शुरू में संदीप की मोहब्बत की राह में कई कांटे आए पर उसकी सच्ची मोहब्बत के सामने जमाने के साथ-साथ घर वाले भी झुक गए। वहीं दोनों दुल्हन की हरकतें और हसरतें यह जता गई कि वह सौतन नहीं बिल्कुल बहन हैं। इस अजीबो-गरीब प्रेम कहानी का सुखद अंत लोहरदगा के छोटे से बंडा गांव में हुआ इस अनोखी शादी के गवाह गांव वाले और एक गर्लफ्रेंड का बेटा भी बना।
एक लड़का को दो लड़की से कैसे हुआ प्यार
संदीप को दो लड़कियों से प्यार हो गया वह करीब तीन साल पहले से कुसुम के साथ लिव इन रिलेशन में रह रहा था। उसे एक बेटा भी है इस बीच संदीप के लाइफ में स्वाति की इंट्री हो गई वह स्वाति को भी दिल दे बैठा स्वाति से करीब एक साल पहले जुड़ा था दोनों की मुलाकात बंगाल के एक ईट भट्ठे में हुई थी दोनों वहां मजदूरी करते थे। गांव लौटने पर दोनों चोरी छिपे मिलते जुलने लगे यह बात जब गाँव के लोगों को पता चला तो घरवाले और गांव वाले एतराज जताना शुरू कर दिया इस बात को लेकर गांव में बैठक भी हुई। सभी पक्षों को बुलाकर उनका मतंव्य भी लिया गया इसका हल यह निकाला गया कि संदीप दोनों ही लड़कियों से एक साथ शादी कर ले दोनों लड़कियां भी इसके लिए राजी हो गईं।
ग्रामीणों और घरवालों की मौजूदगी में संदीप ने स्वाति और कुसुम की मांग भरी संदीप का कहना है कि वह दोनों से बहुत प्यार करता है किसी एक को भी नहीं छोड़ सकता है।