हुसैनाबाद मे संत गाडगे जी महाराज की 147वीं जयंती मनाई गई,”भारत रत्न” के असली हकदार हैं संत गाडगेजी महाराज-सत्रुधन कुमार सत्रु।

पलामू-जपला (हुसैनाबाद) अखिल भारतीय धोबी महासभा प्रखण्ड इकाई हुसैनाबाद के तत्वावधान में भारत में स्वच्छता व मानवता के अग्रदूत संत गाडगे जी महाराज की 147वीं जयंती समारोह का आयोजन खादी भंडार के मैदान में सेवानिवृत्त शिक्षक श्री जगदीश बैठा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का सफल संचालन हुसैनाबाद व्यापार मंडल के अध्यक्ष श्री कृष्णा बैठा ने किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में उद्घाटनकर्ता पूर्व सांसद मा० बृजमोहन राम, मुख्य अतिथि पूर्व सांसद मा० कामेश्वर बैठा, विशिष्ट अतिथि मा०जितेन्द्र रजक, ललित बैठा मुखिया राणाडीह, ABDM के कुमार गौरव, झारखंड क्रांति मंच के संस्थापक केन्द्रीय अध्यक्ष सह अखिल भारतीय अनुसूचित जाति महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शत्रुघ्न कुमार शत्रु ABDM पलामू के जिलाध्यक्ष राजू रजक, डा०कृष्ण कन्हैया, विरेन्द्र राम आदि ने संत गाडगे जी महाराज के साथ तमाम बहुजन महापुरुषों की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्जवन व पुष्पांजलि अर्पित कर किया।
इस कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि पूर्व सांसद मा०कामेश्वर बैठा ने संत गाडगे जी महाराज के स्वच्छता, सादगी व आडंबर व पाखण्ड मुक्त समाज निर्माण के बताए रास्ते पर चलने का विस्तार से आह्वान किया। वहीं पूर्व सांसद मा०बृजमोहन राम ने कहा कि बिना शिक्षा के कोई भी समाज तरक्की नहीं कर सकता है संत जी ने अपने जीवनकाल में कई शिक्षा संस्थान, अनाथालय, गौशाला, अतिथिशाला का निर्माण करवाकर मानवता की सेवा का संदेश दिया जो अनुकरणीय है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विशिष्ट अतिथि झारखण्ड क्रांति मंच के संस्थापक अध्यक्ष सह अखिल भारतीय अनुसूचित जाति महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शत्रुघ्न कुमार शत्रु ने संत गाडगे जी महाराज के पावन जयंती के अवसर पर सभी बहुजन महापुरुषों के चरणों में कोटि कोटि नमन अर्पित करते हुए कहा कि भारत में स्वच्छता अभियान के जनक व मानवता के अप्रतिम मसीहा संत गाडगे जी महाराज भारत रत्न के असली हकदार हैं। हमें झारखण्ड में धोबी समाज के साथ ही अनुसूचित जाति के 22 उपजातियों को संत गाडगे जी के संदेशों के माध्यम से एकजुट करना होगा।
अफसोस की बात है कि 60 लाख से ऊपर की आबादी वाला अनुसूचित जाति समाज आज 9 विधायक व 1 सांसद के बावजूद भी हासिए पर आ खड़ा हुआ है। आज झारखण्ड में अ०जा० आयोग का अध्यक्ष पद खाली है झारखण्ड कैबिनेट में हमारा कोई मंत्री नहीं है हमारे सभी MLA और MP दल विशेष के गुलाम बनकर मौनी बाबा बने हुए हैं। एक तरफ आदिवासी समाज के लिए सिर्फ एक बार जाति प्रमाण पत्र निर्गत करने का प्रावधान है वहीं हमारे बच्चों के लिए हर 6 महिने में बनवाना मजबूरी है।
जब भी रिक्तियां निकलती हैं तो हमारे बेरोजगार नौजवानों हर बार जाति प्रमाण पत्र के चक्कर में फंसे जाते हैं ठीका, पट्टा, कोटा, परमिट व बन्दूकों के लाइसेंस आज भी हमें नसीब नहीं है। चाहे केन्द्र अथवा राज्य सरकार हो, सभी हमारे साथ अन्याय कर रहे हैं इसके प्रतिरोध के लिए आगामी 14 मार्च 2023 को रांची के मोरहाबादी मैदान में अखिल भारतीय अनुसूचित जाति महासभा के बैनर तले विशाल “अनुसूचित जाति अधिकार मार्च” में हम आपसे शामिल होने की अपील करते हैं।
14 मार्च को हल्ला बोलकर अपना अधिकार लेने के लिए कमर कसने की जरूरत है तभी संत गाडगे जी महाराज समेत सभी महापुरुषों का सपना साकार होगा।