पलामू मेदिनीनगर”नगर निगम”की नालियों के बजबजाहट एवं कचरे की ढेर से शहर वासियों को कब मिलेगी निजात ये कार्य प्रबंधक को भी पता नहीं है।

पलामू-मेदिनीनगर पहाड़ी मोहल्ला में नालियों की सफाई में जुटा मजदूर ने बताया कि यहां दो मजदूर ही काम कर रहा है कितना भी तेजी से काम करे हफ्ते भर में भी एक मोहल्ले की सभी नालियों की सफाई करना मुश्किल है। 35 वार्डो में बंटे मेदिनीनगर में करीब 100 मोहल्ले हैं। मेदिनीनगर के उर्दू गर्ल्स हाई स्कूल के पास वाले रोड और मोड़ पर कचरे का जमावड़ा हमेशा बना रहता है। वहीं गोसिया मदरसा,राहत नगर,मिलत मस्जिद रोड,कुंड मोहल्ला,कांजी हाउस मोहल्ला,डॉ जीपी सिंह के क्लीनिक के पास,हॉस्पिटल रोड,गंदे नालियों के पानी और बजबजाहट नाली और कचड़ा का अंबार रोड पर बहता है। जिससे आने वाले राहगीरों को काफी परेशानीयों का सामना करना पड़ता है यहां के वार्ड कमिश्नर को बोलिए तो वो सुनते ही नहीं हैं वे हमेशा कहते हैं हो जाएगा हो जाएगा लेकिन कब होगा अब तो बरसात भी आगया।
मेदिनीनगर कचहरी चौक के मुख्य पथ पर बहती नालियों के कारण गंदगी से लोग परेशान है मेदिनीनगर कोर में सतार सेठ चौक पर भी गंदगी स्थाई रूप से लगा रहता है इसके कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सिटी में भी मुख्य बाजार को छोड़कर शेष मोहल्ले में नियमित रूप से कचरे का उठाव नहीं हो पाता है अन्य वार्ड की स्थिति काफी बदतर है।
मेदिनीनगर बाजार क्षेत्र में शाम में कचरे का उठाव किया जाता है और सुबह में झाडू भी लगा दिया जाता है परंतु जब नौ बजे के करीब दुकान खुलती है तब झाड़ू लगाने के बाद दुकानदार दुकान की गंदगी सड़क के मोड़ पर रख देते हैं जो दिनभर में इधर उधर फैल जाता है धीरे-धीरे इन क्षेत्रों में कचरे का अंबार जमा हो जाता है।
शहरवासियों ने मुख्य बाजार में भी मध्यम आकार का डस्टबिन चौक-चौराहे पर लगाने की मांग की है ताकि लोग अपने घरों से निकलने वाले कचरे को उसी डस्टबिन में डाल सकें।