आंवला खाने से सैकड़ो बिमारियां हो जाती है छू मंतर, डायबिटीज और पथरी में आंवला कारगर साबित होता है।

पलामू न्यूज Live//झारखंड में आंवला भरपूर मात्रा में मिलता है आंवला विटामिन C का भंडार है। यह तीन ऋतुओं को सहकर पूर्ण फल बनता है। इस कारण हर ऋतु के ऋतुजन्य रोगों से लड़ने की क्षमता आंवला के अंदर होती है। आंवला को गला दो, सेक लो, पीस लो तब भी औषधि तत्व कम नहीं होते हैं। कार्तिक मास में इसे नीचे आ जाने मात्र से मानव शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती हैं। आंवला दाह, पांडु, रक्तपित्त, अरूचि, त्रिदोष, दमा, खांसी, श्वांस रोग, कब्ज, क्षय, छाती के रोग, हृदय रोग, मूत्र विकार आदि अनेक रोगों को नष्ट करने की शक्ति रखता है पौरूष को बढ़ाता है आंवला।
आयुर्वेद में आंवला के बारे में लिखा है।
वयस्यामलकी वृष्या जाती फलरसं शिवम्॥३७॥
धात्रीफलं श्रीफलं च तथामृतफलंस्मृतम्।
त्रिष्वामलकमाख्यातं धात्री तिष्यफलामृता॥३८॥
हरीतकीसमं धात्रीफलं किंतु विशेषतः।
रक्तपित्तप्रमेहघ्नं परं वृष्यं रसायनम्॥३९॥
हन्ति वातं तदम्लत्वात्पित्तं माधुर्यशैत्यतः।
कफं रूक्षकषायत्वात्फलं धात्र्यास्त्रिदोषजित्॥४०॥ ।
अर्थात-वयस्या, आमलकी, वृष्या, जातीफलरसा, शिव, धात्रीफल, श्रीफल, अमृतफल, तिष्यफल, अमृत
जो गुण हरड़ के हैं वही गुण मुझमे हैं। रक्तपित्त व प्रमेह को हरने वाला एवं अत्यधिक धातुवर्द्धक वा रसायन हूँ आमला- अम्लरस से वायु को, मधुरस व शीत होने से पित्त को, रूक्ष वा कषाय होने से कफ को जीतता हूं।
आंवला के गुणकारी पक्ष व फायदा।
आंवला डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद है पीड़ित व्यक्ति अगर आंवले के रस का प्रतिदिन शहद के साथ सेवन करें तो बीमारी में राहत मिलती है। आंवला में पाये जाने वाले विटामिन सी डायबिटीज के मरीज की रोक प्रतिरोधरक क्षमता को बढ़ाता है। आंवला पेट की लगभग समस्याओं में काफी लाभकारी है एसिडिटी की समस्या होने पर आंवला बेहद फायदेमंद होता है। आंवला पाउडर चीनी के साथ मिलाकर खाने या पानी में डालकर पीने से एसिडिटी से राहत मिलती है, आंवले का जूस पेट की सारी समस्याओं के लिए काम आता है। पथरी की समस्या में भी आंवला कारगर होता है पथरी होने पर 40 दिन तक आंवले को सुखाकर उसका पाउडर बना लें। आंवले के पाउडर को प्रतिदिन मूली के रस में मिलाकर खाएं इस प्रयोग से कुछ ही दिनों में पथरी गल कर निकल जाएगी और आप स्वस्थ हो जाएंगे।
किसी व्यक्ति को अगर खून में हीमोग्लोबिन की कमी हो तो आंवले के रस का सेवन करें, आंवला शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में सहायक होता है आंवले से खून की कमी दूर होती है। आंखों के लिए आंवला अमृत समान है यह आंखों की रोशनी को बढ़ाने में सहायक होता है।
इसके लिए रोजाना एक चम्मच आंवला के पाउडर को शहद के साथ लेने से लाभ मिलता है। मोतियाबिंद के रोगियों को आंवले का सेवन करना चाहिए। बुखार से छुटकारा पाने के लिए आंवले के रस में छौंक लगाकर इसका सेवन करना चाहिए, आंवला दांतों में दर्द और कैविटी होने पर भी काम करता है। आंवले का रस लेकर कपूर में मिला कर मसूड़ों पर लगाने से आराम मिलता है।
दांतों का किसी भी बीमारी में आंवला काफी कारगार होता है। शरीर में गर्मी बढ़ने वालों के लिए आंवला बेहतर उपाय है आंवले के रस से शरीर को ठंडक मिलती है। हिचकी तथा उल्टी होने पर आंवले के रस को मिश्री के साथ दिन में दो-तीन बार सेवन करने से काफी राहत मिलेगी हिचकी आना बंद हो जाती है जो कि काफी तकलीफदेह होती हैं।
याददाश्त बढ़ाने में आंवला काफी फायदेमंद होता है पढ़ने वाले बच्चों को आंवला अवश्य खाना चाहिए। इसके लिए सुबह के समय आंवला के मुरब्बा गाय के दूध के साथ लेने से लाभ होता है आंवले के रस का प्रयोग भी कर सकते हैं।
आंवला चेहरे पर कांति लाता है अगर चेहरे पर दाग-धब्बे हो तो इन्हें हटाने के लिए आंवला इस्तेमाल करें। आंवले का पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाने से त्वचा झुर्रियां कम होती हैं साथ ही त्वचा निखरती भी है। बालों के लिए आंवले का प्रयोग होता फायदेमंद होता है बालों को काला घना और चमकदार बनाने के लिए आंवले के पाउडर से बाल धोने चाहिए।