झारखंड में मंत्री पद का शपथ पत्र ठीक से नहीं पढ़ पाने को लेकर राजनीति शुरू,बीजेपी ने बनाया मुद्दा तो आया कांग्रेस बचाव में।

पलामू न्यूज Live//रांची झारखंड के हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल में शामिल हुई दिवंगत जगरनाथ महतो की पत्नी बेबी देवी के द्वारा राजभवन में शपथ पत्र ठिक से नहीं पढ़ पाने पर बीजेपी ने मुद्दा बना दिया है। वहीं कांग्रेस ने यह कहते हुए बेबी देवी का बचाव किया है कि शपथ ठीक से पढ़ पाने से ज्यादा जरूरी है नीयत और नीति का ठीक होना। लेकिन भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री प्रदीप वर्मा ने कहा कि शपथ ग्रहण की संवैधानिक प्रक्रिया में शपथ पत्र को पढ़ना अनिवार्य है ऐसे में जो शपथ दिलाई गई वह यह दर्शाता है कि शपथ की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है।
प्रदीप वर्मा ने कहा कि सरकार और राजभवन इस मामले को लेकर कानूनी विशेषज्ञों की सलाह लेकर उचित फैसला करे। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति को मंत्री पद की शपथ लेते समय पद एवं गोपनीयता की शपथ लेना बेहद जरूरी होता है लेकिन वैसा नहीं हुआ है।
भाजपा के प्रदेश महामंत्री प्रदीप वर्मा ने कहा कि झामुमो के कई अनुभवी विधायक हैं लेकिन जिस तरह से घरेलू महिला को मंत्री बनाया गया वह दर्शाता है कि हेमंत सोरेन में आत्मविश्वास की कमी है। उन्हें ऐसा लगता होगा कि बेबी देवी को बिना मंत्री बनाए डुमरी विधानसभा सीट उपचुनाव में नहीं जीत सकते इसी वजह से एक घरेलू महिला को मंत्री पद की शपथ दिलवाई है।
ठीक ढंग से पद एवं गोपनीयता की शपथ नहीं ले पाने कि मुद्दा बनाने पर प्रतिक्रिया देते हुए झारखंड प्रदेश कांग्रेस के महासचिव राकेश सिन्हा ने कहा कि दरअसल भारतीय जनता पार्टी हताश है और यही वजह है कि वह इस तरह के मुद्दे पर भी बयान बाजी कर रही है।
उन्होंने कहा कि बेबी देवी शपथ पत्र पढ़ पाईं या नहीं इससे ज्यादा महत्वपूर्ण है कि हमारी नीयत और नीति कैसी है।