पलामू-पड़वा प्रखंड कार्यालय परिसर में अखिल भारतीय किसान महासभा द्वारा प्रदर्शन किया गया

पलामू-पड़वा प्रखंड कार्यालय परिसर में अखिल भारतीय किसान महासभा द्वारा प्रदर्शन किया गया एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी पड़वा को मांग पत्र दिया गया प्रदर्शन सभा की अध्यक्षता अखिल भारतीय किसान महासभा के प्रखंड अध्यक्ष द्वारिका विश्वकर्मा ने किया। इस प्रदर्शन सभा में अखिल भारतीय किसान महासभा के जिला अध्यक्ष कॉमरेड प्रदीप विश्वकर्मा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र की मोदी सरकार द्वारा तीनों काले कृषि कानून को कैबिनेट में राष्ट्रपति के मुहर लगाकर मोदी की कॉरपोरेट घरानों की सरकार ने लोकतांत्रिक व्यवस्था पर हमला किया था। जो देश के मेहनतकस 700 किसान ने एक साल लंबी आंदोलन कर शहादत देकर भी पीछे नहीं हटे जिस कारण मजबूर होकर तानाशाह मोदी सरकार को तीनों कृषि काला कानून वापस लेना पड़ा जो देश के किसानों की संघर्ष जीत हैं किंतु मोदी सरकार पर किसानों की ना भरोसा ने बाकी की आंदोलन को वापस लेने में किसान हिचकिचाहट महसूस कर रहे हैं अभी भी किसान दिल्ली और हरियाणा के बॉर्डर पर धरना पर बैठे हुए हैं।
मोदी सरकार को चाहिए कि किसानों को विश्वास में लेकर अभिलंब इस आंदोलन को समाप्त कराए वरना यह आंदोलन वादा खिलाफी की ओर बढ़ कर और आगे बढ़ेगा। अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों की मांग पहले ही मान लिए होते तो 700 से अधिक किसानों की जान नहीं गई होती प्रधानमंत्री को चाहिए की इन सारे हत्याओं की नैतिक जिम्मेवारी लेते हुए प्रधानमंत्री की पद से इस्तीफा दे देना चाहिए और केन्द्रीय कृषि राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किया जाना चाहिए देश के अन्नदाताओं के साथ इस तरह के बेरुखी अच्छी बात नहीं है।
किसानों के प्रति सहानुभूति के साथ विचार किया जाना चाहिए और शहिद किसानों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए मुआवजा और सरकारी नौकरी की मांग वक्ताओं ने किया सभा के अंत में 20सूत्री मांग पत्र प्रखंड पदाधिकारी को देकर कार्यान्वयन की मांग की गई।
सभा को संबोधित करते हुए भाकपा माले जिला सचिव आर एन सिंह ने कहा कि भाकपा माले किसान आंदोलन के साथ हैं, हर कीमत पर कदम से कदम मिलाकर किसानों की मदद की जाएगी सभा को भाकपा माले प्रखंड सचिव पवन विश्वकर्मा सुरेंद्र पासवान, श्रवन विश्वकर्मा,रामनाथ भुइयां, राज कुमार मेहता, रामपति राम , बलराम राम,विनय शर्मा, अखिलेश यादव, सहित अन्य लोगों ने भी अपनी बातें रखी।