पत्रकारों की सुरक्षा व उनके हित के लिए पत्रकार सुरक्षा कानून आवश्यक : विधानसभा अध्यक्ष

गढ़वा, बंशीधर नगर : शनिवार को श्रीबंशीधर नगर स्थित फैन्सी टेंट हाऊस में भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ का प्रथम स्थापना दिवस मनाया गया। झारखंड जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन की गढ़वा जिला इकाई के तत्वावधान में कोरोनाकाल में पत्रकारों की भूमिका और योगदान विषय पर एक दिवसीय सेमिनार का भी आयोजन किया गया । सेमिनार में बतौर मुख्य अतिथि झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो उपस्थित थे । कार्यक्रम का उद्घाटन विधानसभा अध्यक्ष के अलावा स्थानीय विधायक भानुप्रताप शाही सहित अन्य ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर किया । मौके पर देश के राजस्थान , छतीसगढ़ , बिहार , उत्तरप्रदेश , तमिलनाडु , उत्तराखंड के अलावा झारखंड राज्य के विभिन्न जिलों के पत्रकार मौजूद थे । कार्यक्रम को संबोधित करते विस अध्यक्ष ने कहा कि वह पत्रकारों की असुविधाओं को वह जान और समझ रहे हैं। आज पत्रकारों को उन्हें मिलने वाली सुख सुविधाओं की नजर से देखेंगे तो पाएंगे कि उन्हें कोई सुविधा नहीं मिल रहा है । पत्रकारों के हितों की सुरक्षा को लेकर कार्यपालिका , न्यायपालिका और विधायिका को सोचना चाहिए । पत्रकारों की मांग को वह मजबूती से सरकार में रखेंगे । उन्होंने कहा कि पत्रकारों के साथ कोई खड़ा नहीं है । ऐसे में अगर उनके साथ कुछ ऊंच नीच हो जाए तो ऐसी स्थिति से सुरक्षा देने को लेकर कानून बनना चाहिए । पत्रकार स्वेच्छा से जुड़े होते हैं और पूरे बेबाकी के साथ कोई अंजाम सोचे हुए निष्पक्ष पत्रकारिता करते हैं । उन्होंने कहा कोरोनाकाल में आम लोगों को सरकारी योजना का लाभ को दिलाने को लेकर पूरी ईमानदारी अपनी जिम्मेवारी निभायी । कोरोना काल में कई पत्रकारों के अलावा उनके सगे संबंधी भी साथ छोड़कर चले गए । इस विषम परिस्थिति में भी पत्रकारों ने जनजन तक सूचना के साथ मदद पहुंचानेका सराहनीय काम किया।सही मायने में पूरे देश के पत्रकार अपनी हक की लड़ाई के लिए एक मंच पर आने का सराहनीय काम किया है । आपके हक की लड़ाई में वह भी साथ हैं । कोरोना से 30 पत्रकारों की मौत और कार्यक्रम के दौरान महासचिव शहनवाज हुसैन की माता के निधन की खबर पर दो मिनट का मौन रहकर शोक जताया गया । कार्यक्रम का संचालन निशारानी गुप्ता ने किया । मौके पर एसएन श्याम , नितिन चौबे , एसएन शर्मा , संजय सिंह उमेश , संजय कुमार मिश्रा , सियाराम वर्मा सहित अन्य पत्रकार मौजूद थे ।
पत्रकार ही नहीं हम भी श्रमजीवी हैं : भानु
विधायक भानु प्रताप शाही ने कहा कि श्रमजीवी पत्रकार ही नहीं बल्कि हम भी है । वर्तमान सरकार में सड़क की स्थिति दयनीय हुई है । चार प्रदेशों को जोड़नेवाली सड़क पर चर्चा करते हुए उन्होंने उसे दुरुस्त करने की मांग की । उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जब सारे संस्थान , जब बंद थे उस वक्त अस्पताल और पत्रकारों ही जगे हुए थे । पत्रकारों ने कई लोगों को मरने से बचाया निःशुल्क मेहनत पत्रकारों ने देश में पूरे जिम्मेदारी से पत्रकारों ने की । तमिलनाडु सरकार की तर्ज पर सूबे की सरकार को भी पत्रकारों के हित में सोचना चाहिए । उन्होंने विस में पत्रकार कानून लागू करने की मांग उठायी थी । उन्होंने अध्यक्ष को इसी मंच से पत्रकार कानून लागू करने की घोषणा करने की बात कही कोरोना काल में संक्रमण की जद में आए पत्रकारों की मौत पर भी झारखंड सरकार को सोचना चाहिए ।पत्रकारों को कोरोना वारियर्स नहीं मानना दुखद :-राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा कोरोना काल में अग्रिम पंक्ति पर शामिल होकर काम करने वाले पत्रकारों को कोरोना वारियर्स नहीं माना गया यह दुख है । मीडिया को चौथा स्तंभ कहा जाता है । पत्रकार है तो चेतना है । पत्रकार किसी की आलोचना जब करने लगता है तो वह खराब हो जाता है । यह चलन तेजी से बढ़ा है । महासचिव शहनवाज हुसैन ने कोरोना काल में पत्रकारों की भूमिका पर संक्षिप्त में प्रकाश डालते हए विस अध्यक्ष और क्षेत्रीय विधायक से राजस्थान , तमिलनाडु , बंगाल , छतीसगढ़ सहित अन्य राज्यों में कोरोना से पत्रकारों की हुई मौत के बाद परिजनों को वहां की सरकार ने दस – दस लाख मुआवजा दिया । उसी तर्ज पर झारखंड के मत पत्रकारों के परिजनों को भी मुआवजा का भुगतान करना चाहिए । राष्ट्रीय सचिव चंदन मिश्रा ने विषय प्रवेश कराते हुए गढ़वा से बाबा बंशीधर नगरी नगरऊंटारी तक खराब सड़क की ओर विधानसभा अध्यक्ष और विधायक का ध्यानाकर्षण कराया ।कार्यक्रम के दौरान देश के विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रहे पत्रकार संगठनों ने भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ में अपना विलय किया। जिन संगठनों का भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ में विलय हुआ उनमें, वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन तमिलनाडु, राजस्थान श्रमजीवी पत्रकार संघ, बिहार प्रेस मेंस यूनियन, छतीसगढ़ पत्रकार एसोसिएशन के नाम शामिल हैं। इन संगठन के लोगों ने कहा कि भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ ही एकमात्र ऐसी संस्था है जो पूरे देश में सुदूर क्षेत्र में काम करने वाले पत्रकारों के हित की बात करती है, हम सभी चाहते हैं कि यह संगठन देश में बिखरे पड़े पत्रकार संगठनों को एक मंच पर लाकर पत्रकारों के लिए आगे भी इसी तरह कार्य करता रहे।