पलामू के जवान को धनबाद के टुंडी CRPF कैंप में गोली लगने से हुई मौत, पत्नी से विवाद में घटी घटना परिजनों ने किया खुलासा।

पलामू न्यूज Live//झारखंड राज्य अंतर्गत धनबाद जिले के टुंडी थाना क्षेत्र के CRPF कैंप में तैनात झारखंड पुलिस के हवलदार खुद को मारी गोली हुई मौत। गोली लगने के बाद उसे अभिलंब SNMMCH अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी मिलने के बाद सिटी एसपी अजीत कुमार, सरायढेला थाना प्रभारी नूतन मोदी समेत पुलिस मेंस एसोसिएशन के पदाधिकारी अस्पताल पहुंचे। मृतक जवान की पहचान नंदकिशोर सिंह 43 वर्ष पिता राजदूलार सिंह ग्राम ईटहे पोस्ट बसौरा थाना लेस्लीगंज जिला पलामू झारखंड के रूप में हुई है। मृतक नंदकिशोर सिंह के पत्नी दो बच्चों के साथ किराए के मकान में डाल्टनगंज रहती थीं।
वह मुख्य रूप से पलामू जिला के ईटहे गांव का रहने वाला था और उनकी पोस्टिंग टुंडी थाना में हवलदार के तौर पर हुई थी। वहीं सीटी एसपी अजीत कुमार ने बताया कि टुंडी थाना के सैट में हवलदार नंदकिशोर सिंह तैनात था जहां गोली लगने से उसकी मौत हुई है, इस मामले का अनुसंधान किया जा रहा है। टुंडी थाना में तैनात हवलदार सुखेंद्र प्रसाद ने बताया कि टुंडी थाना क्षेत्र सीआरपीएफ कैंप सैट में हवलदार नंदकिशोर की तैनाती थी वह अकेले एक रूम मे रह रहा था।
सोमवार कि सुबह उठने के बाद राइफल साफ कर रहा था इसी दौरान गोली चलने की आवाज सुनाई दी। जिसके बाद सभी लोग भागे-भागे पहुंचे तो देखा कि नंदकिशोर सिंह को गोली लग गई है वह नीचे पड़ा हुआ है और उसकी सर्विस राइफल उसके बगल में है। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। वहीं पुलिस मेंस एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने इस घटना पर दुख जताया है और उसके परिजनों को पुलिस इस घटना की जानकारी दिया।
फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है यह घटना घरेलू विवाद के कारण होने कि संभावना जताई जा रही है। घटना की खबर मिलते ही मृतक के माता-पिता एवं पत्नी धनबाद के टुंडी में सोमवार को ही पहुंच गए थे। मृतक नंदकिशोर सिंह के पिता राजदूलार सिंह एवं पत्नी सावित्री देवी से पुछताछ कर सोमवार के देर रात को ही धनबाद मेडिकल कॉलेज में पांच सदस्यीय डॉक्टरों कि गठित बोर्ड के मेडिकल टीम के द्वारा पोस्ट मार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया।
जिसमें मेडिसिन विभाग्याध्यक्ष डॉ युके ओझा, एनाटॉमी के डॉ मकरध्वज प्रसाद, सर्जरी के डॉ विजय बाला, पैथोलॉजी के डॉ सीएस सुमन एवं एफएमटी के डॉ संजीत कुमार सामिल थे। मृतक के पत्नी सावित्री देवी किसी पर घटना की संदेह नहीं करते हुए एक आवेदन पत्र विभाग को सौंपी और अंत्यपरीक्षण कराकर शव को अपने साथ पलामू के ईटहे गांव ले आए। मंगलवार को गांव में शव जैसे ही पहुंचा चारों तरफ़ चित्कार गुंजने लगी नंदकिशोर की अंतिम दर्शन के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा सभी कि आंखें नम थी।
ईटहे गांव के लोगों ने बताया कि नंदकिशोर सिंह मृदुभाषी व्यक्ति था वह सभी से मिलजुल कर रहा करता था लेकिन इतनी बड़ी घटना कैसे घटी ये हम सभी के समझ से परे है। मौके पर मौजूद कई लोगों ने बताया कि मृतक के पत्नी अपने पति से हमेशा विवाद किया करती थीं वो अपने दो बच्चों के साथ मेदिनीनगर में किराए के मकान में अकेले रहती थी।इसी विवाद से परेशान हो कर नंदकिशोर सिंह ने अपने सर्विस राइफल से खुद को गोली मार लिया होगा जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
वहीं मृतक जवान नंदकिशोर सिंह के पिता राजदूलार सिंह ने कहा कि मेरे बेटे से पतोह हमेशा किसी न किसी बात को लेकर विवाद करते रहती थी। पतोह के कहने पर बेटा नंदकिशोर ने डाल्टनगंज में 30 से 40 लाख का मकान बनाया था बारी-बारी से पतोह सभी चीज को अपने नाम करवा लिया है। ईटहे गांव में रहता था तो समझाते थे लेकिन जबसे डाल्टनगंज में मकान बनाया तबसे पतोह वहीं पर रहती थी।
हम गांव में रहते थे उन दोनों में किस लिए विवाद होता था ये तो हम नहीं कह सकते हैं लेकिन ये जरूर कहेंगे कि पतोह के चलते हि मेरे बेटा का जान गया है। मां ने कही कि बेटा जब भी फोन पर बात करता था तो कहता था कि मां हमारी पत्नी हमको जान ले ही रहेगी हमेशा किसी न किसी बात को लेकर विवाद करते रहती हैं मेरे बेटा के मौत का कारण पतोह है।
वहीं मृतक नंदकिशोर सिंह के ससुराल वालों ने कहा कि इस घटना की जानकारी हम सभी को फोन के माध्यम से हुई हम सभी ने बहुत दुख जताया और अभी अंतिम संस्कार में शामिल हुए हैं, नंदकिशोर जी का मौत कैसे हुई है इसकी जांच कराई जाएगी। मंगलवार को ईटहे गांव में शव पहुंचने से पहले ही लेस्लीगंज थाना के पुलिस अपने दल-बल के साथ मौजूद थी। शव को हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार ईटहे अमानत नदी घाट पर अंतिम संस्कार किया गया।
मौके पर लेस्लीगंज थाना के अरूण कुमार बावरी चौकीदार लीला कुंवर, पुर्णाडीह मुखिया गुड्डी देवी, अमरेश कुमार सिंह, पप्पू गुप्ता, डॉ गुलाम जी, राधे यादव, डॉ मनोज कुमार सहित सैकड़ों अगल-बगल के लोग मौजूद थे।