SC/ST एक्ट में किए गए संशोधन के खिलाफ भारत बन्द करनेवाले आन्दोलनकारियों पर से मुकदमें नहीं उठानेवाली हेमन्त सरकार दलित विरोधी है-शत्रुघ्न कुमार शत्रु।

पलामू-मेदिनीनगर झारखण्ड क्रांति मंच के संस्थापक सह अध्यक्ष अखिल भारतीय अनुसूचित जाति महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शत्रुघ्न कुमार शत्रु ने प्रेस बयान जारी कर गत 2 अप्रैल 2018 को सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी/एसटी एट्रोसिटीज एक्ट में किए गए। संशोधन प्रस्ताव के खिलाफ सम्पूर्ण भारत बन्द में अपनी शहादत देनेवाले सभी 13 शहीदों को विनम्र श्रद्धांजलि व कोटि-कोटि नमन अर्पित करते हुए। कहा कि उस ऐतिहासिक आन्दोलन में झारखण्ड के सैकड़ों आन्दोलनकारियों पर दर्ज झूठे मुकदमे को पांच साल बाद भी वापस नहीं लेने वाली हेमन्त सरकार घोर दलित-शोषित विरोधी है।
जारी बयान में उन्होंने कहा है कि परमपूज्य बोधिसत्व बाबा साहेब डा० अम्बेडकर जी ने भारत के संविधान में सदियों से प्रताड़ित व अपमानित एससी/एसटी वर्गों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा का प्रावधान किया था।
जिसके तहत इन वर्गों के हितों के लिए अत्याचार निवारण अधिनियम 1989 अस्तित्व में आया था। लेकिन अफसोस की बात है कि झारखण्ड के ट्राइबल सीएम के रुप में मा० हेमन्त सोरेन जी हमारी आशाओं पर पानी फेरने का कार्य किया है।
बयान के अंत में उन्होंने कहा है कि हेमन्त राज में भी एससी/एसटी एक्ट मजाक में तब्दील हो रहा है जो निंदनीय है।