सगमा सर्वेश्वरी समूह आश्रम में किया गया,भंडारा का आयोजन।

गढ़वा-सगमा प्रखण्ड अंतर्गत मकरी गाँव में स्थित सर्वेस्वरी समूह आश्रम में फोका बीर बाबा का 23वां निर्वाण दिवस के उपलक्ष्य में भंडारे का आयोजन किया गया। बताते चलें कि फोका बीर बाबा अघोर सम्प्रदाय के महान संतो में एक गिना जाता है सर्वेस्वरी समूह के संस्थापक अघोरेस्वर भगवान राम फोका बीर बाबा को हनुमान का दर्जा दिया था। तभी से फोका बीर बाबा को अघोर सम्प्रदाय के लोग बाबा का हनुमान के रूप में मानते थे। इस संबंध में मकरी आश्रम के संरक्षक बिहारी राम ने फोका बीर बाबा के विषय मे बताया कि फोका बीर बाबा तो प्रायः पड़ाव वाराणसी में रहते थे मगर मकरी आश्रम से उनका काफी लगाव रहा है।
वे इस स्थान पर आकर एक – एक महीना तक विश्राम करते थे साथ ही अपने शिष्यों को एक से बढ़कर एक चमत्कार भी दिखाया करते थे। फोका बीर बाबा इतने उच्च कोटि के संत होने के बावजूद एक साधारण प्राणी के तरह अपना जीवन बिताया उनका जीवन चरित्र से हम सभी को शिक्षा ग्रहण करना चाहिए। उन्होंने बताया कि आज ही के दिन 1990 में फोका बीर बाबा ने अपना सरीर त्याग कर निर्वाण को प्राप्त हुए थे।
इसी के अवसर पर मकरी आश्रम में स्थापित फोका बीर बाबा के प्रतिमा के पास पूजा पाठ के बाद भजन कीर्तन व भंडारे का आयोजन किया जाता है।