झारखंड वीरो और शहीदों की धरती है संथाल विद्रोह के ऐसे नायकों की शहादत हम सभी को सदैव प्रेरित करेगा-बिटटू पाठक।

पलामू मेदिनीनगर बृहस्पतिवार को कांग्रेस भवन में हूल दिवस मनाया गया इस अवसर पर कांग्रेसियों ने हूल के नायक सिंधु कान्हो चांद भैरव फुल झानो की तस्वीर पर फूल माला अर्पित किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी एवं उन सभी के जीवनी पर एक सेमिनार का आयोजन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पलामू जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जैश रंजन पाठक उर्फ बिट्टू पाठक ने किया एवं कार्यक्रम का संचालन कोषा अध्यक्ष अजय साहू ने किया। सेमिनार में लोगों को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष बिट्टू पाठक ने कहा कि झारखंड वीरो और शहीदों की धरती है अंग्रेजी शासन के शोषण एवं दमनकारी नीतियों के खिलाफ आदिवासी समाज के लोगों ने हूल क्रांति का बिगुल फूंका था भारत की आजादी की यह प्रथम जनक्रांति थी। आजादी के दीवाने ने जल जंगल और जमीन के रक्षा के लिए एकजुट होकर अंग्रेजी हुकूमत को चुनौती दी हूल क्रांति के नायकों की शहादत को कभी भुलाया नहीं जा सकता सिंधु कान्हो,और उनके सहयोगियों ने अपनी जान की कुर्बानी देकर जमीन की रक्षा की और अंग्रेजी हुकूमत को चुनौती दी।
वर्ष 1855 में सिंधु कान्हो,के नेतृत्व में आदिवासियों ने अंग्रेजों के छक्का छुड़ा दिए थे इन अमर शहीदों के आदर्शों के अनुरूप झारखंड को बनाना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है संथाल विद्रोह के ऐसे नायकों की शहादत हम सभी को सदैव प्रेरित करेगा संथाल विद्रोह के अमर शहीदों को मेरा शत-शत नमन है इस सेमिनार में सभी कांग्रेस जनों ने अमर शहीदों के जीवनी पर विचार रखा।
मौके पर प्रमुख रूप से जिला वरीय उपाध्यक्ष विनोद तिवारी,शमीम अहमद राइन,ईश्वरी प्रसाद सिंह,सत्येंद्र सिंह,रूद्र शुक्ला, राजेंद्र अग्रवाल,नफीस खान,नसीम खान,सिद्धनाथ प्रसाद गुप्ता,जितेंद्र कमलापुरी,अरविन्द अग्रवाल,विद्या सिंह चेरो, जतरू उरांव,राजेश चौरसिया,हर्ष साहनी,देवांग शुक्ला, जिलाउद्दीन अंसारी,कासिम अंसारी,खुर्शीद आलम, रामानंद पाठक,साकेत सिंह,शशांक सुमन,आरिज आलम, मनोज अग्रवाल,ऋतुराज अग्रवाल,शैलेश मेहता इत्यादि लोग उपस्थित थे।