भारतीय संविधान कि रचना कर बाबा साहेब ने पंचायत के मुखिया से लेकर देश के सर्वोच्च राष्ट्रपति की कुर्सी तक पहुंचाया: सत्रुघ्न कुमार सत्रु।

पलामू न्यूज Live//पलामू जिले के मेदिनीनगर में झारखण्ड क्रांति मंच के संस्थापक सह केन्द्रीय अध्यक्ष शत्रुघ्न कुमार शत्रु ने गुरुवार को एक प्रेस बयान जारी किया है। जिसमें उन्होंने देश के गृहमंत्री श्री अमित शाह द्वारा भारतीय संविधान के निर्माता परमपूज्य बोधिसत्व बाबा साहेब डॉ भीमराव आंबेडकर जी के प्रति संसद में अपमान जनक टिप्पणी की कड़ी आलोचना किया है। साथ ही उन्होंने कहा है कि अगर थोड़ी सी भी नैतिकता गृहमंत्री जी को बच्ची है तो वो अपने पद से उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।
जारी बयान में उन्होंने कहा है कि हिन्दू धर्म के 36 करोड़ देवता और 52 करोड़ भवानी मिलकर भी जिन अछूतों के 5000 वर्षों से पड़े गले में हांड़ी, कमर में घंटी व पैर में झाड़ू नहीं खोलवा पाए।
उसे बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर ने भारतीय संविधान की रचना कर ना केवल गुलामी की बेड़ियों से मुक्त कराया है बल्कि उन्हें जानवर से मान्यवर बनाते हुए पंचायत के मुखिया से लेकर देश के सर्वोच्च राष्ट्रपति की कुर्सी तक पहुंचाया है।
आगे जारी बयान में झारखण्ड क्रांति मंच के अध्यक्ष ने कहा है कि देश के गृहमंत्री श्री अमित शाह जैसे ढोंगी, पाखंडी व अंधविश्वासी संघी भारत के फेडरल स्ट्रक्चर को गारत में मिलाने के लिए ना केवल वन नेशन, वन इलेक्शन की अव्यवहारिक बात कर रहे हैं।
बल्कि संविधान निर्माता बाबा साहेब तक के प्रति अपमान जनक टिप्पणी कर रहे हैं जो अतिशय निंदनीय है।
बयान के अंत में उन्होंने कहा है कि केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी को यह मालूम होना चाहिए कि बाबा साहेब का बार-बार नाम लेना फैशन नहीं बल्कि देश का मिशन व विजन है।
अगर उन्हें या भाजपाईयों को किसी भगवान या देवी-देवता का नाम लेने से स्वर्ग की प्राप्ति होती है तो ऐसा करने के लिए संविधान में उन्हें छूट मिली है वे शौक से स्वर्ग पर कब्जा जमा सकते हैं।
लेकिन किसी भी सुरत में बाबा साहेब का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।