पलामू के पत्थर माफियाओं का परिवहन से सम्बन्धित करोड़ों रुपए राजस्व चोरी के मामले में जिला खनन पदाधिकारी के खिलाफ ED जांच होनी चाहिए: शत्रुघ्न कुमार शत्रु।

पलामू न्यूज Live//पलामू जिले के मेदिनीनगर में झारखण्ड क्रांति मंच के संस्थापक सह केन्द्रीय अध्यक्ष शत्रुघ्न कुमार शत्रु ने आज एक प्रेस बयान जारी किया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि भ्रष्ट अधिकारियों/कर्मचारियों की मिलीभगत से अनाप-शनाप तरीके से लीज प्राप्त कर पत्थर उत्खनन से जुड़े माफियाओं के परिवहन कार्यों से जुड़े करोड़ों रुपए के राजस्व चोरी के मामले में प्रवर्तन निदेशालय को पलामू जिला खनन पदाधिकारी श्री आनन्द कुमार व अन्य सम्बन्धित अधिकारियों के खिलाफ जांच कर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। बयान में उन्होंने कहा कि पलामू जिले के छत्तरपुर अनुमंडल समेत लगभग सभी प्रखण्डों में नेशनल ग्रीन ट्राइब्यूनल के दिशानिर्देशों का भीषण उल्लंघन कर पत्थर उत्खनन से जुड़े माफियाओं ने जिला प्रशासन की मिलीभगत से पलामू के कई पहाड़ों को भयावह स्तर तक खोद कर भीषण पारिस्थितिकीय असंतुलन पैदा कर दिया है।
जिसकी वजह से जल संकट के अलावा कई जंतु व पादप जगत के प्रजातियों के समक्ष अस्तित्व का संकट उत्पन्न हो गया है।
बयान में जेकेएम अध्यक्ष ने कहा कि एन०जी०टी० के निर्देशों के आलोक में पत्थर उत्खनन के लिए भयावह स्तर तक खोदे गए सभी जगहों को विहित प्रक्रिया के तहत जिला खनन विभाग को भरवाना चाहिए था।
लेकिन पत्थर माफियाओं के हाथों बिक चुका जिला प्रशासन पलामू के पर्यावरण को रसातल में भेजने के लिए प्रतिबद्ध है जो अत्यंत ही निंदनीय है।
आगे बयान में झारखण्ड क्रांति मंच के संस्थापक सह अध्यक्ष ने कहा कि छत्तरपुर की धरती पर सस्ती लोकप्रियता के लिए पैदा हुए एक शख्स पर विश्व व्यापी पर्यावरण संरक्षण अभियान का धर्मगुरु बनने का भूत सवार हो गया है जिसको लेकर वे विभिन्न देशों में जाकर डंका पीट रहे हैं।
अगर थोड़ी सी भी नैतिकता उनमें बची है तो सबसे पहले उन्हें छत्तरपुर अनुमंडल व पलामू के पर्यावरण को पत्थर व अन्य खनन माफियाओं व लूटेरे अधिकारियों से बचाने के लिए शंखनाद करना चाहिए था।
लेकिन ऐसे लोग चंद पौधे देश-विदेश में बांटकर पर्यावरण संरक्षण के नाम पर सस्ती लोकप्रियता प्राप्त कर रहे हैं,जिनके लिए चिराग तले अंधेरा वाली कहावत चरितार्थ हो रहीं है।