संवैधानिक मजबूरी के कारण ही बी०डी० राम जैसे अ०जा० के मक्कार व गद्दार लोग सांसद बनकर मौज मारते रहे हैं: सत्रुघ्न कुमार सत्रु।

पलामू न्यूज Live//पलामू जिले के मेदिनीनगर में झारखण्ड क्रांति मंच के संस्थापक सह केन्द्रीय अध्यक्ष शत्रुघ्न कुमार शत्रु ने रविवार को एक प्रेस बयान जारी किया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि देश के घोर दक्षिणपंथी व सरकारी आतंकवाद के प्रणेता बन चुके प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से पूछा है कि बिना यूपीएससी परीक्षा पास किए संविधान के किस अनुच्छेद व धाराओं के तहत उनकी सरकार ने लेटरल इंट्री के जरिए केन्द्रीय मंत्रालयों में सचिव स्तर के कारपोरेट के कोख से उत्पन्न अधिकारियों की न्यूक्ति की है। क्या इससे प्रतीत नहीं होता है कि मोदी की मंशा वर्तमान संविधान में निहित कल्याणकारी राज्य की अवधारणा से ठीक उलट भारत को क्रोनी कैप्टलिज्म पर आधारित कारपोरेट राज्य में तब्दील कर अडानी/अम्बानी राज कायम करने की है।
जारी बयान में उन्होंने पलामू संसदीय क्षेत्र के दलित/आदिवासी/पिछड़े व अल्पसंख्यक मतदाताओं को आगाह करते हुए कहा है कि इस देश में RSS भाजपा व खूद मोदी की मंशा बाबा साहेब द्वारा निर्मित भारत के संविधान को बदलकर ऑटोक्रेटिक,घोर मनुवादी व भयावह विषमता पर आधारित वर्णवादी व निकृष्ट जातिवादी कारपोरेट राज कायम करने की है।
हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि आरक्षण व संविधान विरोधी संघ के इशारे पर पंडित अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने भारतीय संविधान की समीक्षा के लिए वेंकटचलैया आयोग का गठन कर अपना काम शुरू कर दिया था। लेकिन स्वनामधन्य तत्कालीन राष्ट्रपति श्री के० आर० नारायण साहेब ने उनकी नापाक मंशा भांप कर आयोग को भंग कर दिया था, निश्चित रूप से आज के राष्ट्रपतियों की तरह वे भी रबर स्टाम्प होते तो संघ अपने मंसूबों में कामयाब हो जाता।
बयान में उन्होंने कहा है कि यह भारत का वह बहुमूल्य संविधान हैं जिसमें बाबासाहेब द्वारा प्रदत राजनैतिक आरक्षण के कारण पलामू संसदीय क्षेत्र अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षित है। यहां संवैधानिक मजबूरी के कारण ही बी०डी० राम जैसे अ०जा० के मक्कार व गद्दार लोग सांसद बनकर मौज मारते रहे हैं, अगर आज यह आरक्षण व संविधान खत्म हो जाएगा तो बी०डी० राम जैसे दलालों को जूता चाटने के लिए भाजपा समेत कोई भी मनुवादी दल नहीं पूछेगा।
अगर विश्वास नहीं है तो भाजपा/कांग्रेस जैसे दलों के सांसद प्रत्याशियों की सामान्य सीटों की सूचि देखा जा सकता है। बयान में झारखण्ड क्रांति मंच के अध्यक्ष ने कहा है कि कारपोरेट का चौकीदार, ढोंगी, पाखंडी, बहुरुपिए व नौटंकीबाज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की मंशा इस देश के दलित/आदिवासी व पिछड़ों को 17वीं सदी की भीषण यातना से परिपूर्ण जातिवादी, अवैज्ञानिक व अंधविश्वासी विषकाल में ले जाकर पैर में झाड़ू, कमर में घंटी व गले में मटकी लटकाने की है।
भारत का दूर्भाग्य बन चुका यह झूठलर, हिटलर के नक्शे-कदम पर चलकर यहुदियों की तरह इस देश के लोकतंत्र में भरोसा रखनेवाले दलितों/आदिवासियों/पिछड़ों व अल्पसंख्यको को गैस चैम्बर में डालकर करोड़ों की संख्या में मारना चाहता है। अगर हमने भावना में बहकर थोड़ी भी गलती की तो तीसरी बार बननेवाली शैतान व हैवान की सरकार फिर अगले चुनाव में भाग लेने का हमें मौका नहीं देगी।