गुजरात के सुरत व गांधीनगर लोकसभा क्षेत्र में संविधान व निर्वाचन प्रक्रियाओं की सरेआम हत्या से लोकतंत्र कराह उठा है : झारखंड क्रांति मंच।

पलामू न्यूज Live//पलामू जिले के मेदिनीनगर में झारखण्ड क्रांति मंच के संस्थापक सह केन्द्रीय अध्यक्ष शत्रुघ्न कुमार शत्रु ने शनिवार को पटेल नगर स्थित अपने आवास पर प्रेस बयान जारी किया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि देश भर में ईवीएम का प्रयोग बन्द करने व ईवीएम के प्रयोग की स्थिति में वीवीपीएटी की पर्चियों के शत-प्रतिशत गिनती की मांग से सम्बन्धित याचिकाओं को सुप्रीम कोर्ट द्वारा खारिज कर दिया गया। जिसे दूर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा है कि विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र में बिना छेड़छाड़ के निष्पक्ष मतदान की अनिवार्यता पर विचार करते हुए देश के सर्वोच्च अदालत को इस पर सकारात्मक रुप से विचार करना चाहिए था।
आगे जारी बयान में उन्होंने कहा है कि देश की बड़ी अदालतों में कोलेजियम सिस्टम से न्यायधीशों की नियुक्ति व सेवानिवृत्ति के बाद न्यायधीशों द्वारा सत्ता की मलाई खाने की विकसित हो रही कुत्सित परंपरा के कारण भारतीय संविधान का सबसे बड़ा हितरक्षक न्यायपालिका का निष्पक्ष चरित्र आलोचनाओं के दौर से गुजर रहा है जो चिंतनीय है।
जारी बयान में श्री सत्रु ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की इस संदर्भ में दी गई प्रतिक्रिया की कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए इस निर्णय का स्वागत करने से पहले। उन्हें सुप्रीम कोर्ट द्वारा इलेक्टोरल बाॅण्ड जैसी सबसे बड़े आर्थिक अपराध व भ्रष्टाचार की योजना को असंवैधानिक करार देने जैसे निर्णय का सिंहावलोकन कर पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए।
बयान के अंत में उन्होंने कहा है कि गुजरात के सुरत व गांधीनगर लोकसभा क्षेत्र में संविधान व निर्वाचन प्रक्रियाओं की सरेआम हत्या से लोकतंत्र कराह उठा है।
फिर भी चुनाव आयोग को खिलौना बनाने वाले देश के बेहया व बेशर्म प्रधानमंत्री व कानून मंत्री संविधान सलामत रखने की दुहाई दे रहे हैं।
क्या भाजपा व संघ के लोग श्री अनन्त हेगड़े, श्री लल्लू सिंह, श्री अरुण गोविल आदि संविधान बदलने हेतु 400 पार का नारा देनेवालों सिरफिरों को दल से निष्कासित करेंगे क्या सुप्रीम कोर्ट ऐसे बयानों पर स्वत: संज्ञान लेगा।