अडानी मामले पर देश को गुमराह करनेवाले पीएम मोदी का तानाशाही सोच लोकतंत्र की मुल भावना के खिलाफ: शत्रुघ्न कुमार शत्रु।

पलामू-मेदिनीनगर झारखण्ड क्रांति मंच के संस्थापक सह केन्द्रीय अध्यक्ष शत्रुघ्न कुमार शत्रु ने प्रेस ब्यान जारीकर देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लोकसभा व राज्यसभा के माध्यम से अडानी इंटरप्राइजेज के विभिन्न समुहों के शेयरों में हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद। आई भीषण गिरावट से एल०आई०सी० व एस०बी०आई० के निवेशकों के हजारों करोड़ रुपए डूबने की आशंका पर सीधे जवाब नहीं देकर अपनी कथित उपलब्धियों के जाल में लपेटने को लोकतंत्र की मुल भावना के खिलाफ प्रहसन करार दिया है।
जारी ब्यान में उन्होंने कहा है कि क्रोनी कैप्टलिज्म के रास्ते पर चलकर चंद कारपोरेट मित्रों को देश की सारी सम्पदा सौंपने को प्रतिबद्ध पीएम मोदी की सोच सनकी तानाशाह की तरह होती जा रही है। अगर थोड़ी सी भी नैतिकता व निवेशकों के प्रति जवाबदेही होती तो प्रधानमंत्री जी उपरोक्त मामले की जेपीसी या सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश की निगरानी में उच्चस्तरीय जांच की घोषणा में देरी नहीं लगाते।
लेकिन कथित उपलब्धियों का ढिंढोरा पीटकर कारपोरेट की दलाली में अपना चेहरा चमकाने की रणनीति से विश्व पटल पर भारत के वित्तीय शाख को धक्का पहुंचाया है जो निंदनीय है।
ब्यान में जेकेएम अध्यक्ष ने कहा है कि उनके प्रिय मित्र अडानी से जुड़े शेयर कारोबार को अन्तर्राष्ट्रीय वित्तीय एजेंसी डाउ जोन्स समेत अन्य एजेंसियां द्वारा बहिष्कृत करने के बाद भी हमारे पी०एम०/एफ०एम० की गलत ब्यानी समेत आर०बी०आई० व सेबी जैसी संस्थाओं की चुप्पी से बहुत बड़ा प्रश्नचिन्ह खड़ा हो गया है।
कभी संसद की सीढ़ियों तो कभी भारतीय संविधान के समक्ष माथा टेकने वाले प्रधानमंत्री श्री मोदी जी का क्रोनी कैप्टलिज्म व कारपोरेट तंत्र के आगे सरेंडर करना लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है।