लेस्लीगंज प्रखंड के विभिन्न जगहों पर रविदास महासभा के द्वारा डॉ० भीमराव अम्बेडकर का 66वां महापरिनिर्वाण दिवस मनाया गया।

पलामू-नीलाम्बर पीताम्बरपुर मे भारत रत्न बाबा साहेब भारतीय संविधान निर्माता डॉ० भीमराव अम्बेडकर जी का 66वां महापरिनिर्वाण दिवस मनाया गया। बतादें कि आज ऐसे शख्स का पुण्यतिथि मनाया गया जिन्होंने सामाजिक छुआछूत और जातिवाद के खात्मे के लिए काफी आंदोलन किए थे। उन्होंने अपना पूरा जीवन गरीबों दलितों और पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए निछावर कर दिया भेदभाव और जातिवाद का सामना किया। संविधान निर्माता बोधिसत्व डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का पलामू जिले के साथ-साथ नीलाम्बर पीताम्बरपुर (लेस्लीगंज) के विभिन्न जगहों पर परिनिर्वाण दिवस प्रांतीय रविदास महासभा प्रखंड इकाई के द्वारा मनाया गया। रविदास महासभा ने यह कार्यक्रम पलामू जिला के लेस्लीगंज जुरु से मार्च करते हुए शुरू किया।
उसके बाद सीताडीह, कमलपुर, कुंदरी, ओरिया, लोटवा, दारूडीह में बाबा साहब का प्रतिमा पर पुष्प अर्पित और माल्यार्पण करते हुए कार्यक्रम को समाप्त किया गया। रविदास महा सभा प्रखंड अध्यक्ष सरजू राम ने बताया कि बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्य प्रदेश के एक छोटा सा गांव महू में हुआ था। उनका परिवार मराठी था उनके पिता का नाम राम जी मालोजी सकपाल और माता का नाम भीमाबाई था।
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर अपने माता-पिता का 14वें पुत्र थे वो महार जाति में जन्म लिए थे। उन्हें स्कूल में बैठने नहीं दिया जाता था बाहर बैठकर पढ़ाई पूरा किया अस्पृश्यता से निजात दिलाया पिछड़े दलित के लिए वकालत किया। बाबासाहेब डाॅक्टर भीमराव अम्बेडकर ने 6 दिसम्बर 1956 को अंतिम सांस ली थी इसीलिए 6 दिसंबर को महापरिनिर्वाण दिवस मनाया जाता है।
मौके पर रविदास महासभा प्रखंड अध्यक्ष सरयू राम, मनोज राम, मिथलेश राम, पूर्व जिला परिषद निर्मला कुमारी, विश्वनाथ राम, अरविंद कुमार सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।