भारत के संसद भवन परिसर से कौन हटवाया महापुरुषों का प्रतिमा पुछता है देश के जनता:सत्रुघ्न कुमार सत्रु।

पलामू न्यूज Live//पलामू जिले के मेदिनीनगर में झारखण्ड क्रांति मंच के संस्थापक सह केन्द्रीय अध्यक्ष शत्रुघ्न कुमार शत्रु ने शनिवार को मेदिनीनगर के पटेल नगर स्थित आवास पर प्रेस वार्ता किया। वहीं इस वार्ता को सम्बोधित करते हुए श्री सत्रु ने कहा कि लोकसभा चुनाव के परिणाम से खीझ कर मोदी सरकार के इशारे पर। नई दिल्ली स्थित पुराने संसद भवन परिसर से संविधान निर्माता, परमपूज्य बोधिसत्व बाबा साहेब डॉ भीमराव आंबेडकर, समाजिक क्रांति के अग्रदूत महात्मा ज्योतिबा राव फूले, वीर शिरोमणि छत्रपति शिवाजी महाराज व महात्मा गांधी जी की प्रतिमाओं को हटाने की घटना अत्यंत ही निंदनीय व विकृत मानसिकता का परिचायक है जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
प्रेस को सम्बोधित करते हुए झारखण्ड क्रांति मंच के अध्यक्ष ने कहा है कि लोकसभा के आम चुनाव में उत्तर प्रदेश व महाराष्ट्र जैसे राज्यों में देश की महान जनता के द्वारा उपरोक्त महापुरुषों के अथक संघर्षों से निर्मित।
भारत के संविधान को बदलने व आरक्षण को हटाने के बलवती आशंका के खिलाफ भारी मतदान से विचलित व व्यथित होकर सभी महापुरुषों की प्रतिमाओं को मोदी सरकार द्वारा पुराने संसद भवन परिसर से हटवाना तुगलकी व तानाशाही कदम है।
अगर शीघ्र ही कल मोदीजी के नेतृत्व में तीसरी बार शपथ लेने जा रही एनडीए की सरकार ने ससम्मान व गरीमा के साथ यथावत पुराने संसद भवन परिसर व नवनिर्मित संसद भवन परिसर में उपरोक्त सभी महापुरुषों की प्रतिमाओं को स्थापित नहीं किया तो झारखण्ड में भी जोरदार आन्दोलन किया जाएगा।
वार्ता के अंत में उन्होंने कहा कि एनडीए के सभी घटक दलों को मोदीजी व भाजपा की जहरीली व विध्वंसात्मक विचारधारा पर विराम लगाते हुए सभी महापुरुषों का सम्मान कर समावेशी व समदर्शी भावना के साथ एनडीए सरकार चलानी चाहिए।