पैन कार्ड को आधार से लिंक करने के बदले गरीबों से हजार रुपए से ज्यादा की वसूली लोकतंत्र की कल्याणकारी राज्य की अवधारणा के खिलाफ-शत्रुघ्न कुमार शत्रु।

पलामू न्यूज Live//पलामू- मेदिनीनगर झारखण्ड क्रांति मंच के संस्थापक सह केन्द्रीय अध्यक्ष शत्रुघ्न कुमार शत्रु ने प्रेस ब्यान जारी कर केन्द्र सरकार द्वारा कथित रूप से पैन कार्ड को आधार कार्ड से लिंक करने की प्रक्रिया में देरी को आधार बनाकर। देश के गरीबों से एक हजार रुपये से ज्यादा वसूली की कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि वित्तीय रूप से अराजक गरीब विरोधी व कारपोरेट परस्त मोदी सरकार का यह लम्पट चरित्र लोकतंत्र के कल्याणकारी राज्य की अवधारणा के खिलाफ है जो निंदनीय है।
जारी बयान में उन्होंने कहा है कि प्रायः हर वित्तीय लेन-देन के कार्यों में पैन कार्ड की अनिवार्यता को देखते हुए पैन कार्ड को आधार कार्ड से लिंक करने के जरुरी निर्देशों के आलोक में अत्यंत गरीबों से एक हजार रुपये से ज्यादा वसूली अव्यवहारिक व अराजक कदम है जिसे यथाशीघ्र केन्द्र सरकार को वापस लेना चाहिए।
बयान में झारखण्ड क्रांति मंच के संस्थापक ने कहा है कि नख से लेकर शिख तक कारपोरेट के काली कमाई वाले मित्रों के विकास को समर्पित मोदी सरकार के तुगलकी फरमान की वजह से बैंक खातों में निर्धारित न्यूनतम रकम नहीं रखने पर आर्थिक दण्ड सम्बन्धी प्रावधानों की वजह से गरीबों के करोड़ों रुपए की दिन-दहाड़े डकैती से आज तक जनता नहीं उबरी है।
उन्होंने कहा है कि देश के आयकरदाताओं बड़े व्यवसायिक व व्यापार जगत से जुड़े कामकाजी लोगों के लिए सरकार के ऐसे निर्देशों का अनुपालन तो समझ में आती है।
लेकिन हैण्ड टू माउथ बेरोजगारों किसान-मजदूरों व अत्यंत गरीबों से पैन कार्ड को आधार कार्ड से लिंक करने के बदले मोटी रकम की वसूली अत्यंत निंदनीय अराजक कदम है जिसे शीघ्र वापस लेने की मांग हम करते हैं।
बयान के अंत में उन्होंने कहा है कि गरीबों के लिए पैन कार्ड को आधार कार्ड से लिंक करने की योजना नि:शुल्क व समय सीमा की पाबंदियों से मुक्त होनी चाहिए ताकि गरीब जब भी फूर्सत में हो वह यह काम करा सके।
लेकिन पूरी तरह लूटने को प्रतिबद्ध मोदी सरकार का गरीब विरोधी कदम गरीबों के जले पर नमक छिड़कने के समान है।