पलामू में लोक सेवक की मर्यादा को भूलकर लोकतंत्र का गला घोंट रहे हैं IAS अधिकारी श्री रवि आनन्द:शत्रुघ्न कुमार शत्रु।

पलामू न्यूज Live//पलामू मेदिनीनगर झारखण्ड क्रांति मंच के संस्थापक सह केंद्रीय अध्यक्ष सह संविधान बचाओ मोर्चा पलामू के अध्यक्ष शत्रुघ्न कुमार शत्रु ने आज मेदिनीनगर में प्रेस बयान जारी कर कहा। कि विगत 16 मई को संविधान बचाओ मोर्चा के प्रतिनिधिम़ंडल के साथ अपमानजनक भाषा का प्रयोग कर जिले के उप विकास आयुक्त सह मेदिनीनगर नगर निगम के आयुक्त आईएएस अधिकारी श्री रवि आनन्द लोक सेवक की मर्यादाओं को भूलकर लोकतंत्र का गला घोंट रहे हैं जो निंदनीय है। जारी बयान में उन्होंने कहा है कि श्री रवि आनन्द जैसे अधिकारी ना केवल घोर साम्प्रदायिक सोच के शिकार हैं बल्कि वे झारखण्डी महापुरुषों व प्रतिकों के भी घोर विरोधी हैं। यही कारण है कि भाजपा के मेयर व डिप्टी मेयर द्वारा साहित्य समाज चौक स्थित कथित भारत माता की प्रतिमा के हाथ में राष्ट्र ध्वज के बदले भगवा ध्वज लगाने,शहर के किसी भी चौक-चौराहे पर परम यशस्वी राजा मेदिनी राय जिनके नाम पर शहर का नामकरण किया गया है।
उनकी प्रतिमा नहीं लगाने झारखण्ड के धरती अब्बा भगवान विरसा मुण्डा,पलामू के लडाके पुरखे अमर शहीद नीलाम्बर-पीताम्बर,देश के क्रांति पुत्र अमर शहीद सरदार भगत सिंह,समाजवाद के प्रणेता जननायक श्री कर्पूरी ठाकुर व पलामू के गौरव महान समाजवादी नेता श्री पूरनचंद जी की प्रतिमा स्थल के सुन्दरीकरण समेत भीषणतम पेयजल संकट पर नगर आयुक्त ने संघ व भाजपा का कार्यकर्ता बनकर चूप्पी साध ली जो जांच का विषय है।
आगे जारी बयान में उन्होंने कहा कि नगर आयुक्त श्री रवि आनन्द की मौन स्वीकृति से शाहपुर स्थित स्वामी विवेकानंद चौक के नीचले हिस्से में हिन्दू देवी-देवताओं की तस्वीरों को लगाने के बाद अगर किसी मनचले द्वारा थूक देने पर साम्प्रदायिक सौहार्द बिगड़ेगा तो उसके लिए कौन जवाबदेह होगा।
ध्यातव्य है कि प्रतिनिधिमंडल द्वारा उपरोक्त सवालों से बौखला कर पलामू डीडीसी सह मेदिनीनगर नगर निगम के आयुक्त ने प्रतिनिधिमंडल में शामिल सभी लोगों से अपमानजनक भाषा का प्रयोग कर बाहर जाने का निर्देश दिया था जो अत्यंत ही निंदनीय है। प्रतिनिधिमंडल में जेकेएम के अध्यक्ष शत्रुघ्न कुमार शत्रु, समाजिक न्याय परिषद के रवि पाल,भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष शशिरंजन,सचिव अनुराग भारती व यशवन्त पासवान आदि शामिल थे।
बयान में जेकेएम अध्यक्ष ने कहा है कि ऐसे निरंकुश, स्वेच्छाचारी व अलोकतांत्रिक सोच के अधिकारियों की जरुरत पलामू को नहीं है। उन्होंने झारखण्ड के मा० मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन व मुख्य सचिव मा० श्री सुखदेव सिंह से ऐसे साम्प्रदायिक सोच के अधिकारियों को पलामू से हटाने की मांग किया इस मामले में मांग पत्र भी दिया जाएगा।