रबदा पंचायत के बीचों-बीच उच्च विद्यालय भवन का निर्माण नहीं हुआ तो होगा उग्र आन्दोलन: शत्रुघ्न कुमार शत्रु।

पलामू न्यूज Live// पलामू जिले के रबदा नावाबाजार में झारखण्ड क्रांति मंच के संस्थापक सह केन्द्रीय अध्यक्ष सत्रुघ्न कुमार सत्रु ने आज अम्बेडकर नगर (लकड़मुड़ी टोला) ग्राम रबदा स्थित अपने आवास पर एक प्रेस बयान जारी किया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि अगर रबदा पंचायत मुख्यालय के मध्य में स्थित सर्वाधिक जनसंख्या वाला गांव रबदा को छोड़कर प्रस्तावित उच्च विद्यालय भवन का निर्माण असंगत, सुदूरवर्ती व बिना सम्पर्क पथ वाले दूसरे स्थान पर किया गया तो उग्र आन्दोलन किया जाएगा। प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ग्राम रबदा के मध्य से गुजरनेवाले प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से निर्मित सड़क के किनारे लकड़मुडी़ टोला के नजदीक खाता 01 पुराना प्लाॅट सं० 859 नया प्लाॅट सं० 1534,934 रकबा 0.52 डी० आम गैरमजरुवा जमीन उपलब्ध है। जहां पर शुद्ध वातावरण के साथ शांतचित्त शैक्षणिक माहौल हमेशा उपलब्ध रहेगा।
विचारणीय तथ्य यह है कि रबदा ग्राम पंचायत में आनेवाले नेनुआ, ओदकण्डा, बसौना, खमडीहा, करचा, पतरिहा, बाना ग्राम के छात्र-छात्राएं आसानी से यहां पहुंच कर शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं। प्रेस को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि रबदा पंचायत में अभी तक उच्च विद्यालय नहीं होने के कारण सभी वर्गों की बालिकाओं का हाई स्कूली शिक्षा का स्तर संतोषजनक नहीं है।
अगर सही स्थान पर उच्च विद्यालय भवन का निर्माण नहीं होता है तो खासकर वंचित वर्ग की बालिकाओं की शिक्षा को प्रोत्साहित करना असंभव होगा।हम उपायुक्त महोदय पलामू जिला शिक्षा अधीक्षक पलामू के साथ ही सम्बन्धित शिक्षा विभाग के सभी अधिकारियों से ग्राम रबदा में उपरोक्त स्थल पर उच्च विद्यालय भवन निर्माण की दिशा में सकारात्मक पहल की मांग करते हैं।
ज्ञातव्य है कि इस आशय के बैठक पंजी की कार्यवाही की छायाप्रति भी ग्रामीणों ने प्रेस को जारी किया है।प्रेस वार्ता के अंत में श्री सत्रु ने कहा कि पिछली बार कुछ लोगों ने अपनी ठेकेदारी व लाभ के लिए रबदा पंचायत मुख्यालय में बननेवाले स्वास्थ्य उपकेंद्र भवन को यहां नहीं बनवाकर करचा नदी के किनारे जहां पहुंचने के लिए पथ नहीं है वहां बनवाया है।
जो सभी पंचायत वासियों के पहुंच से बाहर है सबको मालूम है कि कोविड काल में स्वास्थ्य उपकेंद्रों व अस्पतालों की कितनी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। अबकी बार अगर शिक्षा के साथ खिलवाड़ हुआ तो हम रबदा वासी उग्र आन्दोलन को बाध्य होंगे।