कठोर परिश्रम से पैसे जुटाकर 7 वर्ष पहले खरीदी गई जमीन का नामांतरण नहीं करने के खिलाफ, सीओ ऑफिस के समक्ष आमरण अनशन किया जाएगा- झारखण्ड क्रांति मंच।

पलामू न्यूज Live// पलामू-मेदिनीनगर झारखण्ड क्रांति मंच के संस्थापक केन्द्रीय अध्यक्ष सह अखिल भारतीय अनुसूचित जाति महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शत्रुघ्न कुमार शत्रु ने मेदिनीनगर में प्रेस वार्ता किया। वहीं प्रेस को संबोधित करते हुए शत्रुघ्न कुमार सत्रु ने कहा कि अनुसूचित जाति की अत्यंत गरीब महिला सड़मा निवासी फेकनी देवी पति रामप्रवेश राम द्वारा हाड़तोड़ परिश्रम से अर्जित रूपये द्वारा 2016 में श्री प्रमोद कुमार अग्रवाल से जमीन खरीदी थी। उस खरीदी गई वैध जमीन का जिसका खाता नं० 1, प्लाॅट नं० 755, रकबा 37.5 डीसमिल एवं दूसरे जमीन खाता नंम्बर 1, प्लाॅट नं० 761 रकबा 37.5 डीसमिल का भूमि सुधार उप समाहर्ता छत्तरपुर व उपायुक्त पलामू के आदेश के बाद भी छत्तरपुर अंचलाधिकारी द्वारा आज तक नामांतरण नहीं करना पलामू में अधिकारियों की निकृष्ट व भ्रष्टतम कार्यशैली का नायाब नमूना है जो गंभीर चिंता का विषय है।
प्रेस को सम्बोधित करते हुए श्री सत्रु ने कहा कि खरीदगी के प्रारंभ से ही फेकनी देवी के दखल- कब्जा की जमीन को गुलाबचंद प्रसाद अग्रवाल काॅलेज प्रबन्धन ने ट्रस्ट की जमीन बताकर छत्तरपुर थाना व अंचल के अधिकारियों/कर्मचारियों की मिलीभगत से हड़पने का प्रयास जारी रखा है।
यही कारण है कि नामांतरण की सारी वैध अर्हता को पूरा करने के बावजूद भी सात वर्षों से फेकनी देवी का परिवार नामांतरण की प्रक्रिया के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा है लेकिन अबूआ राज के अधिकारियों/कर्मचारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंग रहा है। उपायुक्त पलामू के जनता दरबार कार्यक्रम को ऐसे दलितों के लिए महज आईवाश बताते हुए केन्द्रीय अध्यक्ष ने कहा कि दबंग व रसूखदार तत्वों के सामने जिला प्रशासन भी बौना नजर आने लगता है।
जिसकी वजह से भू माफिया व अपराधिक तत्व एससी-एसटी की जमीनों पर कब्जा कर अरबों का खेल जारी रखें हुए हैं। प्रेस वार्ता के अंत में उन्होंने बताया कि आन्दोलन के प्रथम चरण में 13 जून को छतरपुर बाजार में प्रतिवाद नुक्कड़ सभा के माध्यम से छत्तरपुर अंचलाधिकारी को चेतावनी दिया जाएगा।
अगर तब भी वो हरकत में नहीं आते हैं तो 17 जून को एकदिवसीय धरना दिया जाएगा। इसके बाद भी नामांतरण की अगर कार्रवाई नहीं होती है तो 27 जून से फेकनी देवी व उसके पति रामप्रवेश राम आमरण अनशन पर जाने को बाध्य होंगे।