चुनाव आते ही मेयर को खासमहाल बंदोंबस्त/लीज नवीकरण की आयी याद-दीपक तिवारी।

पलामू-मेदिनीनगर झामुमो नेता दीपक तिवारी ने कहा कि चुनाव नजदीक आते ही मेयर को खासमहाल लीज बंदोंबस्त/लीज नवीकरण की याद आयी हैं। आज वह खासमहाल बंदोंबस्त/लीज नवीकरण का मुद्दा उठा कर जनता का ध्यान अपनी ओर खींचने में लगी हैं। लेकिन उस वक्त मेयर को जनता की याद क्यों नहीं आयी, जब उन्होंने अपने पावर का उपयोग कर अपना और अपने परिवार का खासमहाल लीज का नवीकरण कराया था। उन्होंने कहा कि आज मेयर जिला परामर्शदात्री समिति के द्वारा खासमहाल लीज के बंदोबस्त राशि की दरों में बढ़ोतरी का प्रस्ताव भेजने पर घड़ियाली आंसू बहा रही है। उनका मेयर से सवाल है कि जिला परामर्शदात्री समिति की बैठक में बतौर सदस्य मेयर भी मौजूद थीं।
तो उन्होंने बैठक में खासमहाल बंदोंबस्त/लीज नवीकरण राशि की दरों में बढ़ोतरी का प्रस्ताव विरोध क्यों नहीं किया। मेयर को हमेशा खुली चुनौती देने वाले दीपक तिवारी ने कहा कि लीज नवीकरण दर का विरोध करना मेयर का दिखावा है। भाजपा सरकार में लीज नवीकरण दर कम नही कर सकी मेयर अब हेमंत सरकार के सामने रोना रो रही हैं।
अगर मेयर को सही में लीजधारकों की कठिनाई का ख्याल होता तो अपना लीज नवीकरण तब तक नही कराती जब तक सभी लीजधारकों का लीज नवीकरण नही हो जाता। अपने मलाई खा कर दूसरों के लिये मलाई का दर अधिक होने का रोना रोना मेयर का दिखावा नही तो क्या है। साढ़े चार साल तक जनता के पैसों का दुरुपयोग करने वाली मेयर को आज जनता की कठिनाई नजर आ रही है।
भूमि रहते मेदिनीनगर वासी को भूमिहीन बताने वाली मेयर से निगम के विपक्षी बोल दीपक तिवारी ने पूछा कि लीज नवीकरण आपने अपना और अपनों का कराया,और जनता के लीज तो दूर गरीबों को मिलने वाले आवास निर्माण को भी जमकर लूटा। झामुमो नेता दीपक तिवारी ने बताया कि हम तो लोकतंत्र को और लोकतंत्र के स्तंभों को सर्वोपरि मानते हैं।
तभी तो राजनीतिक कार्यकर्ता के तौर पर बाइस साल से जनता के हितों की रक्षा के लिए उठाए जाने वाले कदम से परिचित हैं। सेवा के क्षेत्र में कार्य करने के बावजूद मृतसय्या पर लेटी विपक्षी जिम्मेदारी को अपने कंधों पर उठा कर निगम की निरंकुश शासन को जगाने का काम किया। अब भले ही चार साल से अपना बिजनेस चलाने वाले आज चुनावी दावेदारी करने सामने आएं हैं।
मगर आज भी जनता की समस्याओं को घूम-घूमकर शुभकामना देने से दूर नहीं होगा बल्कि लड़ाई लड़कर हक दिलवाना होगा,जिसका ख्याल किसी विपक्षी को नहीं है। दो दशक से राजनीतिक कार्यकर्ता के तौर पर अनुभव प्राप्त झामुमो नेता दीपक तिवारी ने मेयर अरूणा शंकर के बयान को चुनाव से पूर्व हारी हुई बाजी का हताश बताया है।
उन्होंने होल्डिंग टैक्स विरोध को खासमहाल की तरह मेदिनीनगर की जनता को भरमाने एवं बरगलाने का हथकंडा मात्र बताया है जिसे जनता बखूबी समझ रही है।