विश्व जनसंख्या दिवस पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नीलांबर पीतांबरपुर में किया गया कार्यक्रम का आयोजन।

पलामू न्यूज Live//पलामू जिले के नीलांबर पीतांबरपुर प्रखंड मुख्यालय के स्वास्थ्य उपकेंद्र में आज दिनांक 11 जुलाई 2025 को विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर श्वेता मैडम, नीलांबर पीतांबरपुर पूर्वी जिला परिषद सदस्य श्री बिजय राम, लेस्लीगंज मुखिया श्रीमती रेखा देवी, चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष सह विधायक प्रतिनिधि छोटेलाल सोनी के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस कार्यक्रम में परिवार नियोजन से संबंधित सभी तरह की जानकारी दी गई प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि सीएससी में प्रत्येक 11 तारीख को सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी के द्वारा परिवार कल्याण दिवस का आयोजन किया जाता है, साथ ही जिला द्वारा दो स्थानों पर नुक्कड़ सभा का आयोजन किया जाता है।
वहीं नीलांबर पीतांबरपुर पूर्वी जिला परिषद सदस्य बिजय राम ने कार्यक्रम के संबोधन में कहा कि छोटा परिवार सुखी परिवार, छोटा परिवार रखने से शौक से अपने बच्चों को उच्च शिक्षा प्राप्त करा सकते हैं। छोटा परिवार अच्छे पहनावा अच्छे खान-पान अच्छी जिंदगी जी सकते हैं ज्यादा जनसंख्या बढ़ाने में वह खुशी नहीं मिलती है इसलिए छोटा परिवार रखें और खुशहाल जिंदगी जिएं।
इस अवसर पर लेस्लीगंज पंचायत के मुखिया श्रीमती रेखा देवी के द्वारा बताया गया कि प्रत्येक शुक्रवार को नीलांबर पीतांबरपुर स्वास्थ्य उपकेंद्र में महिला बंध्याकरण किया जाता है एवं लाभार्थी को 2 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि के रूप में दी जाती है। साथ ही पुरुष नसबंदी भी की जाती है जिसमें लाभार्थी को 3 हजार रुपये की सहयोग राशि दी जाती है और इसमें सलाह कर्ता को भी महिला बंध्याकरण में 300 एवं पुरुष नसबंदी में 400 रूपया दिया जाता है।
साथ ही अस्थाई विधि में IUCD लगाने पर लाभार्थी को 300 एवं सहिया एवं ANM को 150 रूपया प्रोत्साहन राशि दी जाती है, वहीं अपने संबोधन में विधायक प्रतिनिधि सह चेंबर ऑफ कॉमर्स अध्यक्ष छोटे लाल सोनी ने कहा कि लेस्लीगंज के 160 सहिया के द्वारा ग्रामींण क्षेत्र में सास बहू पति सम्मेलन एवं 14 आम सेंटर दो पीएससी एवं सीएससी में प्रत्येक 11 तारीख को सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी के द्वारा परिवार कल्याण दिवस का आयोजन किया जाता है।
आखिर क्यों मनाया जाता है विश्व जनसंख्या दिवस।
विश्व की बढ़ती जनसंख्या से संबंधित चुनौतियों और अवसरों पर प्रकाश डालना है पहला परिवार नियोजन और गर्भनिरोधक तक पहुंच, मातृ एवं प्रजनन स्वास्थ्य युवा सशक्तिकरण र्यावरणीय स्थिरता दुसरा जनसंख्या संबंधी चिंताओं का समाधान पृथ्वी पर लगभग 8 अरब से अधिक लोग 2025 तक हो गए हैं। जिससे भोजन और पानी की कमी स्वास्थ्य सेवा की पहुंच, बेरोज़गारी, शहरी भीड़भाड़ और भी गंभीर होते जा रहे हैं। यह दिन सरकारों और समुदायों को ज़िम्मेदारी और समानता के साथ कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करता है। तीसरा प्रजनन अधिकारों को बढ़ावा देना विश्व जनसंख्या दिवस इस विचार का भी समर्थन करता है कि प्रत्येक व्यक्ति विशेषकर महिलाओं को बच्चे पैदा करने के बारे में सोच-समझकर निर्णय लेने का अधिकार होना चाहिए। इससे फायदा लैंगिक समानता शिक्षा तक पहुंच जबरन या बाल विवाह को समाप्त करना है। चौथा इस दिवस की उत्पत्ति इसकी स्थापना संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) द्वारा 1989 में की गई थी।
जो 11 जुलाई 1987 को 5 अरब दिवस के मील के पत्थर से प्रेरित थी जब वैश्विक जनसंख्या 5 अरब तक पहुंच गई थी। अब युवाओं को एक निष्पक्ष और आशावान दुनिया में अपने मनचाहे परिवार बनाने के लिए सशक्त बनाना है। यह विषय प्रजनन क्षमता पर प्रकाश डालता है यह सुनिश्चित करना है कि दुनिया की अब तक की सबसे बड़ी युवा पीढ़ी के पास अधिकार, साधन और अवसर हों ताकि वे इस बारे में सोच समझकर निर्णय ले सकें कि उन्हें कब, कितने और कितने बच्चे पैदा करने हैं।
इस कार्यक्रम का संचालन मुख्य रूप से यहां के ब्लॉक डाटा मैनेजर श्री निलेश कुमार पांडेय के द्वारा किया गया। मौके पर मुख्य रूप से कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर, एएनएम, बीटीटी, सहिया एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सैकड़ों कर्मी उपस्थित हुए।