पलामू में सांसद और विधायक ने किया संयुक्त रूप से 30 साल बाद शहीद BSF जवान के प्रतिमा का अनावरण।

पलामू न्यूज Live//झारखंड राज्य के पलामू जिला में शहीद BSF जवान विश्वनाथ सिंह को शहादत के 30 साल बाद सम्मान मिला और उनके 30वें शहादत दिवस 5 अप्रैल 2025 को उनके जन्मभूमि टंडवा नौगढ़़ में सम्मान स्वरूप आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया गया। शहीद के प्रतिमा का अनावरण चतरा सांसद कालीचरण सिंह और पांकी विधायक डॉ शशिभूषण मेहता ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर सांसद कालीचरण सिंह ने कहा कि वह धरती और मां दोनों धन्य हैं जो विश्वनाथ जैसे वीर पुत्रों को जन्म देती हैं और वह जिंदगी भी क्या जो देश का काम न आये। ऐसे ही एक वीर पुत्र-रत्न को 1972 में इस धरती माँ ने जन्म दिया था जो अपना लहू का एक-एक कतरा इस देश और देशवासियों के लिये बहा दिया किन्तु देश पर आंच नही आने दिया।
इस बीएसएफ शहीद जवान का जन्म 5 अप्रैल 1972 को टंडवा नौगढ़ अंचल तरहसी (मनातू) में हुआ था जो 20 वर्ष की उम्र में वे बॉर्डर सेक्युरिटी फोर्स (BSF) में बहाल हुआ था। 1996 में तब इनकी पोस्टिंग आतंकवाद से ग्रसित जम्मू कश्मीर में हुआ था तब जम्मू कश्मीर में आतंकवाद चरम पर था।
28 मार्च को घर आने के लिये इस जवान की छुट्टी स्वीकृत था घर आने के पूर्व संध्या पर 27 मार्च को ड्यूटी के दौरान आतंकवादियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए थे। पांकी विधायक कुशवाहा डॉ शशिभूषण मेहता ने कहा कि भाजपा की सरकार में ही शहीदों को सम्मान मिलता है। भाजपा के पूर्ववर्ती सरकारें वोट-बैंक के राजनीति के कारण वक्फबोर्ड जैसा कानून बनाती थी।
जिसके आड़ में समुदाय विशेष के लोग जमीन और मंदिरों यहाँ तक हाट बाजार की जमीन कोर्ट कचहरी और संसद भवन तक पर अपना मालिकाना हक जताने लगे थे। तब हम जैसे सभी लोग सशंकित रहते थे कि कब हमारी जमीन मकान पर वक्फ बोर्ड का दावा न कर दें इसलिए हम सभी को शिक्षित और राजनीतिक रूप से जागरूक होने की जरूरत है।
वहीं पंचायत के मुखिया पाइनियर पांडेय (विजयशंकर पांडेय) ने कहा कि पांकी विधानसभा के साथ-साथ हमारे पंचायत के लिए सौभाग्य की बात है। यहां शहीद विश्वनाथ सिंह जैसे वीर, डॉ भीम प्रभाकर जैसे संवेदनशील चेतनशील लोग जन्म लेते है और सबसे महत्वपूर्ण बात की पूरा देश डबल इंजन की बात करता है यहां ट्रिपल इंजन की सरकार है।
लोकतंत्र में हम सभी एक कड़ी के रूप में जुड़े हुए हैं हम सभी जनप्रतिनिधियों के सहयोग से पंचायत का चहुंमुखी विकास में अपनी-अपनी भूमिका निभाएं।हमारे यहां जल जंगल और जमीन तीनो संसाधन प्रचुर मात्रा में है थोड़ा सा संवेदनशील होने की जरूरत है। इस कार्यक्रम का संचालन डॉ भीम प्रभाकर ने जनप्रतिनिधियों को भगवद्गीता और तलवार देकर सम्मानित कर उनके कर्तव्यों को याद दिलाने का सार्थक प्रयास किया।
इस अवसर पर शहीद परिवार की ओर से उपस्थित जनप्रतिनिधियों और वरिष्ठ जनों को फूलमाला और अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। मौके पर जिला परिषद सदस्या रूपवंती देवी, मुखिया गुड्डू पाठक, मुखिया सुजीत भुइंया, विधायक के जिला प्रतिनिधि प्रकाश मेहता, वीरेंद्र वर्मा ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।
मौके पर शहीद के परिजन ब्रजेश सिंह, धर्म सिंह, नौरंगदेव सिंह, नरेश सिंह, अर्जुन सिंह, नकुल सिंह, रामकिशुन साव, सुधु साव, नंदू भुइंया, साधु मांझी, पांकी मंडल अध्यक्ष शत्रुघ्न सिंह समेत सैकड़ों लोग मौजूद थे।