पलामू के लाल बारूदी सुरंग विस्फोट में शहीद पार्थिव शरीर पहुंचा गांव, राजकीय सम्मान के साथ किया गया अंतिम संस्कार।

पलामू न्यूज Live//देश में एक ओर जहां आतंकवादियों का दहशत है वहीं दूसरी ओर माओवादियों का कहर भी जारी है। आतंकवादियों से लड़ने के लिए बॉर्डर पर बीएसएफ जवान को तैनात किया गया है वही माओवादियों से लड़ने के लिए सीआरपीएफ जवान को जंगल में तैनात किया गया है। इसी दौरान 11 फरवरी 2025 को छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सल विरोधी अभियान के दौरान पलामू के लाल परमानंद शुक्ला बारूदी सुरंग विस्फोट में घायल हो गए थे।
इस विस्फोट में उनके दोनों पैर उड़ गए थे तत्काल उन्हें इलाज के लिए एयर लिफ्ट कर रायपुर अस्पताल में एडमिट किया गया था।
जहां 20 फरवरी 2025 दिन गुरुवार को पलामू के वीर सपूत सीआरपीएफ के जांबाज जवान महिमानंद शुक्ला जी शहीद हो गए।
पलामू के जांबाज जवान के शहीद होने की खबर जैसे ही चारो ओर फैली उनके अदम्य साहस, वीरता और मातृभूमि के प्रति उनकी निष्ठा को लेकर लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित करने लगे।
जैसे ही उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव कमलकेड़िया लेस्लीगंज पहुंचा तो पूरा क्षेत्र शहीद महिमानंद शुक्ला अमर रहें के नारों से गूंज उठा गांव में शोक की लहर दौड़ गई हर आंख नम थी।
पूरा पलामू अपने वीर सपूत को खोने के गम में डूबा रहा लेकिन गर्व से सिर भी ऊंचा था कि हमारी मिट्टी ने एक ऐसा वीर योद्धा दिया जिसने देश की रक्षा के लिए अपने प्राण को न्योछावर कर दिए।
शहीद परमानंद शुक्ला के दो बच्चे थे एक लड़का और एक लड़की शुक्रवार के सुबह शहिद परमानंद शुक्ला के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार अमानत नदी के तट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। उनके इकलौते पुत्र ने पिता को दी मुखाग्नि इस दौरान सीआरपीएफ की टुकड़ियों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर (सलामी) दी।
शहिद महिमानंद शुक्ला जी के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने अपने कर्तव्य, निडरता और राष्ट्रसेवा के सर्वोच्च आदर्श को जीते हुए अपने प्राण को त्याग दिए।
उनके परिवार को इस कठिन समय में केन्द्र सरकार व राज्य सरकार के अनुसार जिला प्रशासन ने हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है। उनका बलिदान देश के युवाओं के लिए प्रेरणा बना रहेगा और मातृभूमि की रक्षा के लिए उनका संकल्प सदैव अमर रहेगा।
उनके अंतिम संस्कार में पलामू जिला प्रशासन के साथ चतरा सांसद कालीचरण सिंह, पांकी विधायक कुशवाहा डॉ शशिभूषण मेहता, सीआरपीएफ झारखंड सेक्टर आईजी साकेत सिंह, पलामू डीआईजी वाईएस रमेश, सीआरपीएफ डीआईजी पंकज कुमार समेत कई पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए।