मनातू के “स्त्रोन्नत +2 उच्च विद्यालय चक” सरकारी नियम से नहीं स्कूल के अध्यक्ष व मास्टरों के मनमानी कानून से चलता है इससे ग्रामीण हैं परेशान।

पलामू न्यूज Live//पलामू जिले के मनातू प्रखंड नक्सल प्रभावित सुदरवर्ती क्षेत्र है जहां वर्षों से संचालित स्त्रोन्नत +2 उच्च विद्यालय चक में मनमानी ढंग से स्कूल व एमडीएम चलाने का ग्रामींणो ने विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष, स्कूल के प्रधानाध्यापक सह सचिव पर आरोप लगाया है। अभी हाल हीं में कुछ दिन बीते छात्र-छात्राओं के नामांकन मे भी इन लोगों के द्वारा मिली भगत से मनमानी ढंग से अवैध वसूली करने का मामला ग्रामीणों ने उठाया है। ग्रामीणों का कहना है कि नामांकन फी में दो से तीन सौ रुपये की अधिक वसूली की गई है जिसका खामियाजा भोले- भाले ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। वहीं ग्रामीणों ने कहा कि एमडीएम में भी यही हालात है विद्यालय के छात्र- छात्राओं की संख्या लगभग बारह सौ से तेरह सौ नामांकित है। जिसे मध्यान भोजन में लाभान्वित बच्चों की संख्या आठ सौ है जिनकी उपस्थिति प्रत्येक दिन का एक सौ रहती है इससे अधिक नहीं होती है।
जबकि चावल का उठाव सभी बच्चों की होती है चावल उठाव के बाद मनमानी ढंग से चावल बाजार में थोक रेट से स्कूल के रास्ते दांत निकाल कर बेच दिया जाता है। ग्रामीणों ने फी बढ़ोतरी को लेकर सचिव से बात कहना चाहा की फी के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है। सभी अभिभावक एक दिन हंगामा करेंगे तब सचिव संजय सिंह ने कहा कि हंगामा करने वाले ग्रामीणों के बच्चों का प्रैक्टिकल कॉपी का नंबर कम दिया जाएगा।
लेकिन थक हार कर ग्रामीणों ने स्कूल के अनियमता का शिकायत वरीय अधिकारी से करने को कहा है इस संबंध में लिखित आवेदन ग्रामीणों ने जिला शिक्षा पदाधिकारी, उपायुक्त पलामू को देकर न्याय की गुहार लगाएंगे। ग्रामीणों के बुलावे पर जब पत्रकारों की टीम शनिवार को 12 बजे विद्यालय की सत्यता का जांच करने पहुंची तो विद्यालय के शिक्षक व बच्चों से जानकारी लेने के बाद पता चला कि शिक्षक ने 12 बजकर 15 मिनट तक बच्चों की हाजिरी हीं नहीं बनाई है।
जिसकी शिकायत नजदीकी संकुल क्षेत्र के बी आर पी मनोज कुमार को दिया गया तो उन्होंने साफ-साफ कहा कि इस पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी। साथहीं उन्होंने कहा की ऐसे विद्यालय की जांच कर सभी दोषियों पर विभागीय कार्रवाई अवश्य की जाएगी।
वहीं स्कूल के प्रभारी शिक्षक ने बताया कि विद्यालय के तीन शिक्षक अनुपस्थित हैं वे शिक्षक समय पर स्कूल नहीं पहुंचते हैं यह शिकायत ग्रामीणों का हमेशा रहा है। इस विद्यालय का रवैया बत से भी बतर बन गई है देखते हैं की खबर लिखने के बाद इसका असर क्या होता है सरकार विद्यालय के पीछे लाखों रुपए खर्च कर रही है।
फिर भी यहां के ग्रामीणों के बच्चों का शिक्षा एम ड़ी एम संचालित रूप से नहीं दी जा रही है। इस विद्यालय का मासिक बैठक भी समय से नहीं होता है ग्रामीणों को बार-बार प्रबंधन समिति और सचिव के द्वारा कहा जाता है कि तुम्हें जहां जाना है वहां जाओ हमारा उपर तक पकड़ है कोई भी कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा।
मौके पर पिंटू कुमार यादव, उमेश यादव, नारद कुमार, योगेंद्र यादव, सुरेंद्र कुमार, राज कुमार, गौरव कुमार, बिप्ती गुप्ता, संजय यादव योगेंद्र यादव सहित दर्जनों ग्रामीण मौजूद थे।