विश्व आदिवासी/मूलवासी दिवस के अवसर पर अत्याचारी व संविधान विरोधी सरकार को जमींदोज करने का संकल्प ले आदिवासी समाज-शत्रुघ्न कुमार शत्रु।

पलामू न्यूज Live//पलामू जिले के मेदिनीनगर में विश्व आदिवासी/मूलवासी दिवस के अवसर पर पलामू जिला आदिवासी महासभा के सैकड़ों की संख्या में परंपरागत वेशभूषा में महिला/पुरुषों ने। शाहपुर चेरो राजवंश के ऐतिहासिक किला प्रांगण में पलामू के परम यशस्वी, प्रतापी व पराक्रमी राजा मेदिनीराय, धरती आबा भगवान विरसा मुंडा, पलामू प्रमंडल के बलिदानी पुरखे नीलाम्बर- पीताम्बर व संविधान निर्माता परमपूज्य बोधिसत्व बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर जी समेत तमाम बहुजन महापुरुषों की प्रतिमा पर माल्यार्पण व नमन किया गया। उसके बाद मणिपुर में आदिवासी समाज की महिलाओं को सामूहिक दुष्कर्म के बाद नंगा घुमाने की घटना के खिलाफ आक्रोशपूर्ण नारेबाजी करते हुए किला प्रांगण से स्थानीय राजेन्द्र चौक मेदिनीनगर तक विशाल प्रतिवाद मार्च निकाला गया। वहीं प्रतिवाद मार्च का नेतृत्व युवा नेता अजय सिंह चेरो, मंगल सिंह व तिर्की जी आदि आदिवासी समाज के अन्य बुद्धीजीवी लोग कर रहे थे।
वहीं प्रतिवाद मार्च में पी० एम० नरेन्द्र मोदी इस्तीफा दो, गृहमंत्री अमित शाह इस्तीफा दो, मणिपुर के नाकाम मुख्यमंत्री एन० विरेन सिंह की सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लागू करो। पूरे देश में आदिवासियों/मूलवासियों पर अत्याचार बन्द करो, पेशा कानुन लागू करो, जन विरोधी वन अधिकार अधिनियम वापस लो आदि गगनभेदी नारे लगाए गए।
स्थानीय राजेन्द्र चौक (छ:मुहान) पर आयोजित विशाल आक्रोशपूर्ण प्रतिवाद सभा में आदिवासी महासभा के प्रखण्ड, जिला व प्रदेशस्तरीय नेताओं ने मणिपुर समेत देश के हर हिस्से में आदिवासी/मूलवासी समाज पर नित्यप्रति बढ़ते अमानवीय अत्याचार व अनाचार की घटनाओं पर गहरी नाराजगी प्रकट करते हुए केन्द्र सरकार को जन विरोधी व संविधान विरोधी करार दिया।
सभा को अंतिम व मुख्य वक्ता के तौर पर सम्बोधित करते हुए झारखण्ड क्रांति मंच के संस्थापक केन्द्रीय अध्यक्ष सह संविधान बचाओ मोर्चा पलामू के अध्यक्ष शत्रुघ्न कुमार शत्रु ने कहा कि आज के दिन जश्न मनाने के बदले हमारा प्रकृति पूजक आदिवासी समाज मणिपुर की घटना को लेकर आक्रोशपूर्ण प्रतिवाद मार्च व प्रतिवाद सभा करने पर मजबूर हो गया है।
मणिपुर में सरकार नामकी कोई चीज नहीं बची है, करीब 37 जगहों पर सरकारी सुरक्षा बलों व थानों से अत्याधुनिक हथियारों व गोला-बारूद को उपद्रवियों ने लूट लिया और केन्द्र सरकार के इशारे पर एन० विरेन सिंह की सरकार मूकदर्शक बनी रही।
जो घटनाएं हम सीरिया व इराक जैसे देशों में सुनते थे,आज वह हमारे देश में घटित हो रही है और देश के प्रधानमंत्री विदेश यात्रा करते रहे। आज आदिवासी/मूलवासी दिवस के अवसर पर हम सबों को मिलकर 2024 में मोदी सरकार को जमींदोज करने के लिए कमर कसने की जरूरत है तभी भारतीय संविधान बचेगा व देश में कानून का राज स्थापित होगा।
मौके पर सभा में भीम आर्मी के प्रदीप रावण, शशिकांत रंजन, रामकुमार रवि, साकेत पासवान, नागमणि रजक, पांकी विधानसभा क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी व भीम आर्मी के वरीय नेता मुमताज खान, झारखण्ड क्रांति मंच के केन्द्रीय सचिव सह लेस्लीगंज की पूर्व जिला पार्षद निर्मला कुमारी ने विश्व आदिवासी/मूलवासी दिवस पर महिलाओं समेत बहुजन समाज पर बढ़ते अत्याचार की कड़ी निंदा करते हुए आदिवासी समाज से एकजुट होकर संघर्ष का आह्वान किया।